रिसर्चर्स का दावा इंसानी अंग बनाने की दिशा में पहला बड़ा कदम
मानव और भेड़ की कोशिकाओं से तैयार यह हाइब्रिड भ्रूण पशुओं से इंसानों के अंग बनाने करने की राह में शुरुआती कदम है। आने वाले समय में पशुओं से विकसित अंगों को रोगियों में प्रत्यारोपित किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि मानव स्टेम सेल्स को भेड़ के गर्भ में स्थानांतरित कर भ्रूण विकसित करने में सफलता मिली। इसमें 28 दिनों का वक्त लगा। इसका परीक्षण टोक्यो यूनिवर्सिटी में शुरू किया गया था। इस यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता पहले ही चूहों में पैंक्रियाज (अग्न्याशय) का विकास कर चुके हैं। ताजा शोध से जुड़े शोधकर्ता हिरो नाकोची ने कहा कि चूहों के बाद अगले कदम के तौर पर बड़े पशुओं में इसे आजमाया गया। जापान में हालांकि इस तरह के शोध पर रोक होने की वजह से अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी का रुख किया गया। उन्होंने कहा, चूहे में पैंक्रियाज के विकास से यह जाहिर हुआ कि अंगों को दूसरे पशुओं में भी क्रिएट किया जाना पॉसिबल है।
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चूहे में पहले ही मिल चुकी है ऐसी सफलता
टोक्यो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता पहले ही चूहे से पैंक्रियाज (अग्न्याशय) विकसित कर चुके हैं। डायबिटीज पीडि़त चूहे में प्रत्यारोपित किया गया यह पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन पैदा करने में कामयाब पाया गया। इससे आने वाले समय में डायबिटीज पीडि़तों लोगों की जिंदगी में आने वाली तमाम परेशानियों को दूर किया जा सकेगा। Image
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