सिर्फ इस वजह से हुई थी मारपीट

हाल ही में गुजरात विधानसभा में सदन के भीतर भाजपा और कांग्रेस विधायकों में अपशब्दों के साथ ही जमकर हाथापाई हुई। कांग्रेस विधायक प्रताप दुधात ने माइक भी उखाड़कर भाजपा सदस्य जगदीश पंचाल पर हमला करने के साथ ही उन पर मुक्के भी बरसाए। इसके अलावा कांग्रेस सदस्य अमरीश डेर ने भी जगदीश पंचाल पर हमला किया था। ऐसे में अपने विधायक को पिटता देख जवाब में सत्ताधारी पार्टी भी उतर आई। हालांकि इस दौरान मार्शलों ने आकर हालात संभाले। इसके बाद स्पीकर ने सदन 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। इसके अलावा दुधात और डेर को तीन साल के लिए सदन से निलंबित कर दिया। कहा जा रहा है कि यह मामला सिर्फ इतनी बात पर हुआ कि जब स्पीकर अपनी बात कह रहे थे उस समय विधायक प्रताप दुधात बीच में बोल रहे थे, तभी जगदीश पंचाल ने उनको चुप रहने को बोल दिया। इसके बाद मारपीट होने लगी।

पहले भी यह सदन अखाड़ा बन चुका

बतादें कि बीते साल फरवरी में भी यह सदन अखाड़ा बन चुका है। उस समय भी विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस के विधायकों के बीच मारपीट हुई थी। दरअसल किसानों की आत्महत्या के मामले पर कांग्रेसी विधायक सदन में हंगामा कर रहे थे। इस दौरान पक्ष और विपक्ष दोनों में ही जमकर मारपीट हुई। इसमें कांग्रेस के विधायक बलदेवजी ठाकोर को पैर में चोट और गुजरात सरकार में मंत्री निर्मल वाधवानी को हाथो में चोट आई थी। इस दौरान भी बदसलूकी के लिए विधायक बलदेवजी ठाकोर और परेश धानानी को पूरे सत्र के लिए संस्पेंड किया गया था। वहीं सदन के अंदर हुई इस शर्मनाक घटना को लेकर गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने दुख जताते हुए इसे इतिहास का काला दिन बताया था।

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