क्त्रड्डठ्ठष्द्धद्ब : गेरुआ रंग, हाथ में जल और भगवान शंकर के जयकारे के साथ सावन की दूसरी सोमवारी के लिए श्रद्धालु सोमवार को पूजा अर्चना करेंगे। इस मौके पर कई लोग स्वर्णरेखा नदी से रविवार को ही जल उठाकर पैदल पहाड़ी मंदिर तक पहुंचे। बड़ी संख्या में लोग देवघर के लिए भी निकले। रांची रेलवे स्टेशन से लेकर, बस स्टैंड और प्राइवेट गाडि़यों में लोग गेरुआ वस्त्र पहने देवघर की ओर निकले। सोमवार की पूजा विशेष पूजा अर्चना के लिए सिटी के तमाम शिवालयों में तैयारी कर ली गई है। मंदिरों को सजाया संवारा गया है। यहां भोले बाबा को समर्पित भक्ति गीत बज रहे हैं। हर तरफ उत्साह का ही माहौल है। सावन की दूसरी सोमवारी को देखते हुए पहाड़ी मंदिर में विशेष पूजा, श्रृंगार और आरती के साथ अहले सुबह से ही भगवान शिव को जल अर्पण करना शुरू हो जाएगा। सोमवार को पहाड़ी मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां जुटेंगे। शाम के विशेष श्रृंगार के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ेगी, जिसके लिए सुरक्षा की भी खास व्यवस्था की गई है।

18 अगस्त को फूटेगी दही-हांडी

हर साल की तरह इस साल ाी जन्माष्टमी के मौके पर 18 अगस्त को दही-हांडी कॉपटीशन का आयोजन किया जाएगा। रविवार को श्री कृष्ण जन्मोत्सव समिति द्वारा महेश्वरी धर्मशाला में हुई मीटिंग में यह डिसीजन लिया गया। मीटिंग में चीफ गेस्ट के रूप में रांची की मेयर आशा लकड़ा मौजूद थीं। इस मौके पर संरक्षक सीपी सिंह और समिति के प्रेसिडेंट संजय सेठ मौजूद थे। मीटिंग में कई डिसीजंस लिए गए। इसमें डिसीजन लिया गया कि दही-हांडी कॉपटीशन 18 अगस्त को अल्बर्ट एक्का चौक पर शाम छह बजे से शुरू होगा। इस साल पुरुषों के अलावा महिलाएं ाी कॉपटीशन में शामिल होंगी।