-सुरक्षा को लेकर जवानों को दिया जाएगा बड़ा टॉस्क

क्कन्ञ्जहृन्: देश की सुरक्षा के लिए नेपाल की खुली सीमा काफी संवेदनशील है और यहां तैनात जवानों की एक चूक पाक परस्त आंतकियों की मंशा पूरी कर सकती है। यही कारण है इंडो नेपाल की सुरक्षा में लगी एसएसबी के जवान जी जान लगा देते हैं। बिहार से लगी नेपाल की खुली सीमा पर सुरक्षा के लिए खतरा है और इसकी सुरक्षा का जाल और मजबूत करने को लेकर बड़ा प्लान तैयार होगा जिससे जाली नोट, मादक पदार्थो की तस्करी के साथ मानव तस्करी पर अंकुश लगाया जा सकेगा। एसएसबी का पूरा जोर आंतकियों के घुसपैठ पर अंकुश लगाना है। पटना के एसएसबी फ्रंटियर के नए आईजी संजय कुमार ने चार्ज लेते ही सुरक्षा को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से अपना प्लान बताया।

संवेदनशील है नेपाल सीमा

नेपाल सीमा की देश के लिए हर तरह से खतरा है। मादक पदार्थ और मानव तस्करी के साथ संदिग्धों की घुसपैठ बड़ा मामला है। नेपाल सीमा पर आए दिन घुसपैठ की कोशिश होती है लेकिन एसएसबी जवानों की चौकसी से कोई भी संदिग्ध हिम्मत नहीं जुटा पाता है। जब भी कोशिश हुई है संदिग्ध एसएसबी जवानों के हाथ गिरफ्तार हुआ है।

बिहार में कई बड़े आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है यही कारण है कि सुरक्षा को लेकर खुफिया नेटवर्क की नजर सीमा पर लगी

रहती है। भारत को आर्थिक रूप से कमजोर करने के साथ अन्य कई तरह से नुकसान पहुंचाने के लिए पाक परस्त बदमाश नेपाल की खुली सीमा का ही सहारा लेते रहे हैं। बिहार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एसएसबी का जाल इसी कारण से दिन प्रतिदिन मजबूत किया जा रहा है।

ओडिशा कैडर के आईपीएस हैं संजय

एसएसबी के नए आई संजय कुमार 1997 बैच के उड़ीसा कैडर के आईपीएस हैं। वह उड़ीसा में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चला चुके हैं। वर्ष 2015 में वह एसएसबी में बिहार में कई एरिया में काम कर चुके हैं जिससे उन्हें बिहार की भौगोलिक स्थित से काफी वाकिफ हैं। वह गवर्नर मेडल से भी सम्मानित हो चुके हैं। नेपाल से लगी भारत की 631 किमी सीमा की सुरक्षा को लेकर उन्होंने विशेष प्लान बनाया है।