लाइफ में चाहे वो कोई टूटा रिश्ता हो या कोई छूटी जॉब, अगर उसे छोड़ने में आपकी भलाई है तो पीछे मुड़कर आप कभी मत देखिए। क्योंकि अगर आप अपनी उन रिश्तों या जॉब्स से डिफरेंट रिजल्ट चाहते हैं तो आपको उन्हें बदलना ही होगा।
आप कोई सा भी काम करते हैं। उसको लेकर अपने आप से ये सवाल करें। मैं ये काम क्यों कर रहा हूं, क्या ये मुझे सूट करता है या फिर क्या ये काम मुझपर फिट बैठता है। क्या मैं ये काम ठीक से कर सकता हूं। अगर इनमें से एक सवाल का जवाब भी 'नहीं' में है। तो अब इस काम को करने या छोड़ने का आपके पास एक प्रॉपर रीजन तो है।
जब आप समझेंगे कि कि वास्तव में अपने आस पास हर किसी को खुश करना पॉसिबल ही नहीं है, तो अब आप अपने लक्ष्य के साथ जिएं और सिर्फ जरूरी और सही लोगों को खुश करने की कोशिश करें।
दूसरों को बदलने की बेवजह की कोशिश छोड़ दीजिए। यानि कि काफी कोशिशो के बाद जब आप समझेंगे कि किसी पर दबाव डालकर आप अपने हिसाब से अच्छा काम नहीं करा सकते तो उन पर जोर और दबाव डालना छोड दें। उन्हें फ्रीडम के साथ काम करने दें और परिस्थियों से लड़ने दें। अब उनके साथ साथ आप भी काफी फ्री होकर अपना काम कर पाएंगे।
सक्सेसफुल और असफल लोगों के बीच यहीं बड़ा अंतर होता है कि सफल लोग लॉंग टर्म बेनीफिट के लिए छोटे छोटे आराम और सुख को छोड़कर कठिन और पेनफुल काम करे रहते हैं ताकि वो लंबे समय तक उसका फायदा ले सकें। जबकि असफल लोग अपने छोटे से मजे के लिए भविष्य में होने वाले बड़े फायदों को भी नजरअंदाज कर देते हैं।
यूं तो सभी को अपने लिए सब कुछ एक्सीलेंट चाहिए होता है, लेकिन जीवन की सच्चाई को समझें कि दुनिया में कोई भी चीज पूरी तरह परफेक्ट नहीं हैं। इसलिए सपनों की दुनिया छोड़िए और सच में अपने आस पास मौजूद अच्छा काम करने वाले लोग, बेस्ट परफॉर्म करने वाले स्टाफ, अच्छे कैरेक्टर वाले दोस्तों और बेस्ट कंपनियों पर फोकस करिए। उनसे जुड़िए और उन्हें साथ लेकर चलिए।
सक्सेसफुल लोगों को देखकर भले ही हमें उनकी लाइफ की छोटी घटनाएं और इवेंट न दिखाई दें, लेकिन उनकी लाइफ में उन छोटी बातों की बहुत एहमियत होती है। ये लोग किसी भी काम में छोटी छोटी बातों को भी नजरअंदाज नहीं करते, जिन पर आम लोग शायद ध्यान भी नहीं देते।
आम लोगों की अपेक्षा सक्सेसफुल इंसान कभी भी खुद के भाग्य और अपने साथ होने वाली बुरी घटनाओं को नहीं कोसते। वो हमेशा सोचते हैं कि खराब से खराब स्थिति में भी क्या वो अपना काम ठीक से कर रहे हैं।
किसी भी घटना या चीज को उथला होकर यानि केवल उसके ऊपरी रंग ढंग और लुक को देखकर कोई फैसला न लें। हमेशा डीप लुक के साथ घटनाओं और लोगों को देखिए और उनकी अंदरूनी खूबसूरती और सच्चाई को परख के लाइफ के फैसले लीजिए।
सफलता का पैमाना सिर्फ पैसा या अपना शोहरत नहीं है। जीवन की बड़ी सच्चाई यह है कि हम दुनिया को अपने हिसाब से नहीं चला सकते। अपने आस पास होने वाली तमाम खराब और मन के विपरीत होने वाली घटनाओं को बदलने की कोशिश छोड़ दें, क्योंकि वास्तव में हमें खुशी और संतुष्टि अपने अंदर के इमोशन से मिलती है। हमारे अंदर जो चल रहा है कई बार वही हमारे आसपास की घटनाओं और स्थितियों को पैदा करता है।
Interesting News inextlive from Interesting News Desk
Interesting News inextlive from Interesting News Desk