-मडि़यांव में दरिंदगी में नाकाम रहने पर युवती की हत्या का मामला

-परिजनों का आरोप, एसओ काकोरी बयान बदलने के लिये डाल रहे दबाव

-दो कॉन्सटेबल्स सस्पेंड, परिजनों ने कहा कार्रवाई नाकाफी

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख : मडि़यांव में बीते शुक्रवार की रात दरिंदगी में नाकाम रहने पर युवती को चलती टेम्पो से फेंककर हत्या की दिल दहला देने वाली वारदात से राजधानीवासी सन्न हैं लेकिन, पुलिस ने संवेदनहीनता दिखाने में कोई कोरकसर नहीं बाकी रखी। पहले तो अधिकारियों के दखल के बाद इस सनसनीखेज हत्या की वारदात की एफआईआर को पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की धारा में दर्ज कर लीपापोती की पूरी कोशिश की। रेप की कोशिश को भी मामूली छेड़खानी बता दिया गया। पुलिस ने दावा किया कि पीडि़ता के साथ लूट हुई पर, परिजनों ने उनके इस दावे की भी हवा निकाल दी। परिजनों का कहना है कि अगर पीडि़ता के संग लूट हुई तो उसका मोबाइल और पर्स सुरक्षित कैसे मिला। परिजनों का आरोप है कि एसओ काकोरी व मडि़यांव पुलिस उन पर लूट न होने के बयान को बदलने का दबाव बना रही है।

पुलिस ने कार्रवाई में भी किया खेल

दो दिनों तक परिजनों को टरकाती रही मडि़यांव पुलिस ने रागिनी की मौत के बाद आनन फानन में केस तो दर्ज कर लिया लेकिन घटना को हल्का साबित करने के लिए धारा 354 और 304, 342 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया। जबकि रागिनी की बहन का कहना है कि वहशियों ने उसके साथ चलती टेम्पो में दरिंदगी करने का प्रयास किया था। उसके गले में नाखून के खरोंच के निशान भी मिले थे। बावजूद इसके पुलिस ने रेप के प्रयास की धारा में केस दर्ज करने की जगह मामूली छेड़छाड़ की धारा में केस दर्ज किया। पुलिस ने जारी प्रेस नोट में पहले टेम्पो से रागिनी के कूदने की बात कह रही थी लेकिन बाद में प्रेस नोट में ही कटिंग कर उसके गिरने की बात लिखी गई। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो वहशियों ने उसे चलती टेम्पो से फेंका था।

आरोपियों की खातिर में जुटी रही पुलिस

रागिनी के परिजनों का आरोप है कि मडि़यांव थाने में पकड़ कर लाए गए आरोपियों की पुलिस ने जमकर खातिरदारी की। उन्हें हवालात में रखने की जगह कूलर में बिठाया गया। आरोपियों की आवभगत देख परिजनों ने जब हंगामा किया तो पुलिसकर्मी बैकफुट पर आए ओर आरोपियों को कूलर लगे कमरे से हटाया गया। दूसरी तरफ पुलिस ड्राइवर समेत दो आरोपियों को दबोचकर मामले के खुलासे का दम भर रही है जबकि टेम्पो में सवार एक अन्य वहशी अभी भी फरार है। रागिनी टेम्पो में पिछली सीट पर बैठी थी और पीछे बैठने वाले वहशियों ने उसके साथ हरकत की जबकि गाड़ी चला रहे सर्वेश ने उसकी चीख सुनने के बाद भी गाड़ी नहीं रोकी थी।

एसओ बना रहे दबाव

राजधानी में इस सनसनीखेज घटना और उसके बाद लचर कार्रवाई के बावजूद पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही। लगातार होती फजीहत को मैनेज करने के लिये काकोरी व मडि़यांव पुलिस ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। रविवार को मृतका की बड़ी बहन ने आरोप लगाया कि एसओ काकोरी यशकांत यादव उसके घर दो बार आए ओर उन लोगों पर दबाव डाला कि वह मृतका के साथ लूट न होने का अपना बयान बदल दें। मडि़यांव पुलिस भी लगातार उन लोगों पर बयान बदलने के लिये दबाव बना रही है। हताश परिजनों ने अब इसकी शिकायत भी आलाधिकारियों से करने की बात कही है।

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पुलिस कार्रवाई के विरोध में कैंडल मार्च

पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट और हत्या की धारा को बढ़ाने के लिए परिवार वाले अफसरों से मिलेंगे। रागिनी की बहन ने बताया कि परिवार के साथ सोमवार को हजरतगंज से कैंडल मार्च निकाल कर जीपीओ पर धरना देंगे और रागिनी की मौत का इंसाफ मांगेंगे।

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दो मुंशी सस्पेंड, परिजनों ने कहा नाकाफी

वारदात की एफआईआर दर्ज करने में हीलाहवाली करने वाले मडि़यांव थाने के दो मुंशियों कॉन्सटेबल धर्मपाल और कॉन्सटेबल संसार को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया। हालांकि, परिजनों ने इस कार्रवाई को नाकाफी बताया है। मृतका की बड़ी बहन न बताया कि सरेराह यह दिलदहलाने वाली घटना घटती रही। लेकिन, पुलिस को इसकी भनक न लग सकी। सूचना देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ऐसे में सिर्फ दो मुंशी को सस्पेंड कर पुलिस केवल पल्ला झाड़ रही है।

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'मैं तो सिम्पैथी में गया था'

परिजनों पर दबाव बनाने के आरोप से घिरे एसओ काकोरी यशकांत यादव से जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने कहा कि वह मृतका के घर एफआईआर कॉपी और मेडिकल रिपोर्ट देने गए थे। उन्होंने कहा कि चूंकि मृतका के परिजन उनके क्षेत्र में रहते हैं इसलिए वे सिम्पैथी वश उनके घर दो बार गए थे। परिजनों पर दबाव बनाने के आरोप से उन्होंने इंकार किया।

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टेम्पो में महिलाओं से खुलेआम अराजकता

- सवारियां भरने के नाम पर जबरन टच करते है क्लीनर और ड्राइवर

- दस दिन पहले शहीद पथ पर चलती टेम्पो से कूदी थी युवती

- शिकायत के बाद भी नहीं होती है कार्रवाई

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख (25 छ्वह्वठ्ठद्ग): टेम्पो और ऑटो में महिलाओं से छेड़छाड़ और अराजकता खुलेआम होती है। बीच चौराहे पर उन्हें टेम्पो में बैठाने के नाम पर जबरन टच किया जाता है। ड्राइवर और क्लीनर खुलेआम पुलिस के सामने यह हरकत करते है और पुलिस स्टैण्ड की वसूली के लालच में आंख बंद लेती है। रोड पर चलने वाले टेम्पो और बसों में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। दस दिन पहले शहीद पथ पर एक युवती ने छलांग लगाई थी। जिससे वह घायल हो गई थी। वहीं दो दिन पहले हजरतगंज में सिटी बस में युवती की फोटो खींच रहे शोहदों पकड़ा गया।

केस नंबर एक-

चलती टेम्पो से लगाई थी छलांग

गोमती नगर स्थित शहीद पथ के पास दस दिन पहले एक युवती चलती टेम्पो से कूद गई थी। वह भी गंभीर रुप से घायल हो गई थी। युवती का कहना था कि वह टेम्पो में अकेली बैठी थी और अधेड़ टेम्पो ड्राइवर नशे में धूत था। युवती ने टेम्पो रोकने के लिए कहा तो ड्राइवर ने तेज रफ्तार में टेम्पो बढ़ा दी। युवती टेम्पो के पीछे चल रही स्कार्पियो के सामने कूद गई थी। स्कार्पियो सवार युवकों ने टेम्पो ड्राइवर को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर गोमती नगर पुलिस के हवाले कर दिया था। घायल युवती का हुसडि़या चौराहे के पास एक प्राइवेट क्लीनिक में इलाज कराया गया था।

केस नंबर दो-

हजरतगंज में चलती बस में युवती की मोबाइल से दो शोहदों ने फोटो खींची। इसकी शिकायत युवती ने 100 नंबर पर की तो एंटी रोमियो स्क्वॉयड टीम ने युवकों को पकड़कर हजरतगंज पुलिस के हवाले कर दिया गया। पॉलीटेक्निक से चारबाग जाने वाली सिटी बस में एक युवती सफर कर रही थी। उसने 100 नंबर पर शिकायत की कि बस में दो युवक उसकी मोबाइल से फोटो खींचकर परेशान कर रहे हैं। 100 नंबर की सूचना पर एंटी रोमियो स्क्वॉयड ने उन्हें बस रोक कर पकड़ा और हजरतगंज पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़े गए युवक संजीव और प्रभाव पॉलीटेक्निक के छात्र बताये गए। युवती ने थाने पहुंच कर भी उनकी शिकायत की है जिस पर दोनों के खिलाफ कार्रवाई गई।

केस नंबर तीन-

9 सिंतबर को हजरतगंज विधान सभा के पास चलती ऑटो में बीए की छात्रा के साथ गाड़ी में बैठे रिटायर्ड प्रोफेसर ने छेड़छाड़ की। छात्रा ने विरोध जताया लेकिन ड्राइवर ने ऑटो नहीं रोकी। छात्रा हजरतगंज चौराहे के पास गाड़ी धीरे होने पर चलती गाड़ी से कूद गई और ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड से मदद मांगी। होमगार्ड ने छात्रा की मदद के लिए आगे आया और ऑटो ड्राइवर और प्रोफेसर को पकड़ कर हजरतगंज थाने पहुंचाया। छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई शुरु की तो प्रोफेसर से रसूखदार रिश्तेदारों ने ऊपर से पैरवी शुरु कर दी।

केस नंबर चार-

आईआईएम रोड पर रागिनी कांड के चौबीस घंटे भी नहीं बीते थे कि रविवार को शरारती तत्वों ने एक महिला को शराब पिलाकर सुनसान जगह ले जाने का प्रयास किया। हसनगंज के डालीगंज क्रासिंग के पास शरारती तत्वों के साथ नशे की हालत में महिला को देख स्थानीय लोगों ने 100 नंबर पर पुलिस की सूचना दी। सूचना पाकर पीआरवी वैन ने महिला के रेस्क्यू किया। पुलिस को देख शरारती तत्व मौके से भाग निकले। पीआरवी वैन महिला को लेकर हसनगंज थाने लेकर आई जहां पुलिस उसके परिवार का पता लगाने का प्रयास रही है।

स्टैण्ड पर महिलाओं से करते है अराजकता

टेम्पो स्टैण्ड वैध हो या अवैध सवारी भरने के नाम पर महिलाओं और छात्राओं से खुलेआम अराजकता की जाती है। टेम्पो ड्राइवर और क्लीनर खुलेआम गलत तरीके से टच करते है और यहीं नहीं उन्हें पकड़ कर जबरन टेम्पो में बैठाते है। महिलाओं और छात्रा जब विरोध करते है तो स्टैण्ड पर मौजूद गुर्गे लड़ने पर आमदा हो जाते है। चौराहों पर मौजूद पुलिस कर्मी भी महिला और छात्राओं को शिकायत न करने की सलाह देते है।