- अब तक 13 पेपर को यूपीटीयू कर चुका है रिवाइज्ड

- 16 से 20 मई के बीच पांच बार बदला एग्जाम शेड्यूल

- एमएएम के एक पेपर का एग्जाम दो दिनों में कराई

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड गवर्नमेंट और सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों के सेमेस्टर एग्जाम यूनिवर्सिटी की लापरवाही के कारण एक मजाक बन कर रह गई है। यूपीटीयू के सम सेमेस्टर के एग्जाम क्ख् मई से शुरू हुए हैं, तब से अब तक यूपीटीयू अपने एग्जाम में शेड्यूल में पांच बार फेरबदल कर चुका है। यह फेरबदल क्म् से ख्0 मई के बीच में किया गया है। इतना ही नहीं यूनिवर्सिटी की ओर से कॉलेजों को पेपर ईमेल से भेजे गए हैं, कॉलेज उसे फोटो कॉपी कराकर स्टूडेंट्स को बॉटनी पड़ रही है। इतना ही नहीं फोटो कॉपी करके क्वेश्चन पेपर बांटने कई सवाल तक गलत मिले है। ऐसा दो बार हो चुका है। यूनिवर्सिटी प्रशासन इस मामले पर गंभीरता से विचार तक नहीं कर रही है।

लगातार सामने आ रही है क्वेश्चंन पेपर में गलतियां

यूपीटीयू के सेमेस्टर एग्जाम शुरू होने के बाद पेपर में करेक्शन कराने के काम किए जा रहे है। इस कारण एमसीए सहित तमाम कोर्सेस की एग्जाम अपने निर्धारित समय से देरी से शुरू हुए है। यही नहीं मास्टर ऑफ अप्लाइड एजूकेशन एमएएम के एक पेपर की एग्जाम भी दो दिनों में आयोजित कराई गई। पेपर कोड एमएएम-ब्0क् का पेपर क्ख् और क्फ् मई को हुआ था। यूपीटीयू से एफिलिएटेड इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों की बीटेक, एमटेक, एमसीए, एमबीए, एमएएम, होटल मैनेजमेंट, बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर, बैचलर ऑफ फॉर्मेसी और फैशन डिजाइनिंग के सेमेस्टर एग्जाम में भी लगातर अव्यवस्था के मामले सामने आ रहे है। पेपर कोड एनसीएस.ब्0फ् की एग्जाम दो घंटे की होनी थी लेकिन पेपर पर तीन घंटे लिखकर आ गया। इस पर स्टूडेंट ने आपत्ति की तो एग्जाम कंट्रोलर प्रो। बीएन मिश्रा ने पेपर रिवाइज्ड कराया और ई.मेल से सभी एग्जाम सेंटर्स पर दोबारा से भेजे। जिसके बाद सेंटर्स पर स्टूडेंट्स को क्वेश्चंन पेपर की फोटोकॉपी कराकर स्टूडेंट्स को दिए गए।

क्फ् बार रिवाइज्ड हो चुके है क्वेश्चन पेपर

इस प्रक्रिया में पेपर फ्0 मिनट देरी से शुरू हो सका। इसके पहले क्8 मई को पेपर कोड एनएएस-ख्0भ्,क्0भ् का गलत पेपर खुल गया था। फिर दूसरा पेपर ई.मेल से भेजा गया है। अब तक क्फ् पेपर रिवाइज्ड करके ई.मेल से भेजे जा चुके हैं। करेक्शन के बाद क्ख् पेपर ई.मेल से भेजे गए हैं। इतना ही नहीं यूपीटीयू में यह पहला मौका है जब बीटेक फ‌र्स्ट ईयर की ज्यादातर एग्जाम संडे को कराएं जा रहे है।

ईमेल से भेजे गए ये पेपर

एमबीए-0ब्क्, ईसीएस-म्0क्, एमबीए-0ब्ख्, एमएएम-ख्0ख्बी, ईसीएस-म्0ख्, ईईसी-ब्0म्, ईएमई-ब्0फ्, एनएएस-ख्0ख्, ईएएस-ख्0ख्, एनएमई-ख्0ख्-क्0ख्, ईएमई-ख्0ख् और एनएएस-ख्0भ्-क्0भ्।

एग्जाम शुरू होने के बाद हुए करेक्शन

एनएमसीए-ख्क्ख्, ईईई-म्0ख्, एनसीई-ब्0ख्, ईसीई-80क्, ईएमई-ख्0ख्, एनएमसीए-ख्क्फ्, एनएमई-ख्0ख्, ईआईसी-म्0क्, ईसीई-0क्फ्, ईएमई-0क्क्, एनईई-ब्0ख् और ईईसी-0म्9 बी।

ईमेल से पेपर भेजने की व्यवस्था होगी बंद

यूपीटीयू ने एग्जाम व्यवस्था सुधारने में एक और पहल की जा रही है। अब जल्द ही एग्जाम सेंटर्स को को ईमेल से पेपर भेजने की व्यवस्था पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी। यूपीटीयू के वीसी प्रो। ओंकार सिंह ने एग्जाम सिस्टम में आ रही गड़बडि़यों पर रोक लगाने के लिए यह निर्णय लिया। वीसी का कहना है कि जब इस सत्र में व्यवस्था नहीं बदली जा सकती क्योंकि पूरे प्रदेश में एग्जाम करानी है। इतने कम समय में पेपरों को छपवाना और उनकी गोपनीयता बरकरार रख पाना भी मुमकिन नहीं है। अगले सत्र की एग्जाम में मैं रहा तो यह व्यवस्था समाप्त कर यूनिवर्सिटी से ही पेपर भेजने की व्यवस्था लागू करुंगा।