- बीटेक सेकेंड सेमेस्टर के इंजीनियरिंग फिजिक्स का पेपर आउट होने से मचा हड़कंप

- वीसी ने कहा, यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने की कोशिश

LUCKNOW: उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी (यूपीटीयू) में शुक्रवार को आयोजित हुए बीटेक सेकेंड सेमेस्टर के इंजीनियरिंग फिजिक्स का पेपर आउट होने की अफवाह से हड़कंप मच गया। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस पूरे मामले को अफवाह बताते हुए इसे अपना पल्ला झाड़ लिया। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि अगर पेपर लीक हुआ था तो जिसने इसकी सूचना दी वह पेपर शुरू होने से पहले यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास क्यों नहीं आया। पेपर समाप्त होने के बाद यह सूचना फैलाना केवल यूनिवर्सिटी की इमेज को खराब करना है।

वाट्सएप्प पर भेजा पेपर

बीबीडी यूनिवर्सिटी के फ‌र्स्ट इयर के स्टूडेंट का आरोप है कि रात में करीब सवा बारह बजे वाट्सएप्प पर सेकेंड सेमेस्टर के इंजीनियरिंग फिजिक्स पेपर कोड क्99ख्ख्0 का थ्योरी पेपर भेजा गया। इसके बाद वह सुबह जब एग्जाम देने के लिए अपने सेंटर गोयल इंस्टीट्यूट पहुंचा और वहां के टीचर्स को इस बारे में बताया तो उन्होंने इस बात को साफतौर पर मानने से इंकार कर दिया। उसे जबरदस्ती वहां पर बैठा लिया और पेपर देने के लिए कहा। जैसे ही पेपर समाप्त हुआ, उन्होंने मुझे बाहर भेज दिया। वहीं छात्र का कहना है कि एग्जाम सेंटर पर उसे चुप रहने के लिए काफी दबाव बनाया गया था। लेकिन जब वह नहीं माना तो उसे जबरदस्ती रोक ि1लया गया।

एग्जाम के बाद क्याें दी सूचना

यूपीटीयू के वाइस चांसलर प्रो। ओंकार सिंह का कहना है कि यह पूरा मामला मनगढ़त है। यह काम केवल यूनिवर्सिटी की छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है। अगर स्टूडेंट्स के पास रात में ही पेपर आ गया थो तो उसे सुबह एग्जाम शुरू होने से पहले इस पूरे मामले की सूचना यूनिवर्सिटी प्रशासन या अपने कॉलेज को देनी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि मेरे पास यह सूचना एग्जाम खत्म होने के करीब दो घंटे बाद आई। ऐसे में इस पूरे मामले की सत्यता पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। ऐसे में बिना किसी आधार पर पेपर लीक होने की बात पर यकीन नहीं किया जा सकता है।