- स्कूलों में क्लास 6 से लागू होगी सेमेस्टर व्यवस्था

- ग्रेड सिस्टम के तहत होगा बच्चों को मूल्यांकन

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DEHRADUN: हायर एजुकेशन की तर्ज पर अब सीबीएसई स्कूलों में भी सेमेस्टर सिस्टम लागू होगा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) द्वारा क्लास म् से इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। बोर्ड ने यूनिफॉर्म असेसमेंट स्कीम के तहत दो सेमेस्टर में एकेडमिक सेशन संपन्न करने का फैसला किया है।

सीसीई सिस्टम समाप्त

सीबीएसई ने देशभर के स्कूलों में कंटीन्यूअस एंड कंप्रीहेंसिव इवैल्युएशन (सीसीई) सिस्टम को खत्म कर दिया है। अब बोर्ड क्लास म् से 9वीं तक के लिए यूनिफॉर्म असेसमेंट स्कीम लागू करने जा रहा है। स्कूलों में शिक्षण और उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए एकेडमिक सेशन ख्0क्7-क्8 से 'असेसमेंट, एग्जामिनेशन सिस्टम और रिपोर्ट कार्ड' की एक समान प्रणाली लागू होगी। बोर्ड की यह पहल स्टूडेंट्स को क्0वीं बोर्ड एग्जाम के लिए बेहतर रूप से तैयार करने के मकसद से की गई है।

लागू होगा सेमेस्टर सिस्टम

बोर्ड ने स्कूलों में आयोजित होने वाले हाफ इयरली एग्जाम और एनुअल एग्जाम को अलग-अलग कर दिया है। नई स्कीम के तहत दोनों एग्जाम यानि छह महीने के दोनों सेमेस्टर में क्0 नंबर के दो पीरियोडिक टेस्ट भी होंगे। रिटन एग्जाम को 90 परसेंट का वेटेज दिया जाएगा। इसमें 80 परसेंट मा‌र्क्स हाफ इयरली या एनुअल एग्जाम के होंगे। बाकी ख्0 मा‌र्क्स में से क्0 नंबर सेमेस्टर में पीरियोडिक असेसमेंट के होंगे। हर सेमेस्टर क्00 मा‌र्क्स का होगा। इसमें से क्0 मा‌र्क्स नोट बुक सब्मिट करने, पीरियोडिक असेसमेंट में सब्जेक्ट एनरिचमेंट के होंगे।

बीते कुछ वक्त में बोर्ड के बड़े फैसले

- स्कूलों में साल ख्009 से चला आ रहा सीसीई पैटर्न खत्म कर दिया।

- स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए एनसीईआरटी की किताबों को लागू किया।

- एग्जामिनेशन फॉर्म से लेकर एडमिट कार्ड आदि पूरा सिस्टम ऑनलाइन किया।

- हाल ही में क्0वीं में कम रुझान वाले ब्क् वोकेशनल सब्जेक्ट्स खत्म कर दिए।

- साल ख्0क्7 से क्0वीं में होम बेस्ड एग्जामिनेशन सिस्टम को खत्म कर दिया।

- सिक्योरिटी प्वाइंट ऑफ व्यू से स्कूलों के अंदर और बाहर के लिए दिशा निर्देश।

- एग्जामिनेशन सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए डिजिटल इवैल्यूएशन सिस्टम को अपनाना।

सीसीई पैटर्न में बच्चे को कई तरह से मा‌र्क्स गेन करने में मदद मिलती थी। लेकिन नई स्कीम में ऐसा नहीं होगा। नये दिशा निर्देशों के अनुसार नई प्रणाली में भी दो एग्जाम होंगे। लेकिन इसमें 90 परसेंट इवैल्युएशन रिटन एग्जाम पर आधारित होगा। यह सिस्टम स्टूडेंट्स को बेहतर बनाने का काम करेगा। इसके अलावा उन्हें बोर्ड एग्जामिनेशन के लिए बेहतर तैयार करने में भी नई स्कीम मदद करेगी। फिलहाल क्0वीं के एग्जाम में सीसीई सिस्टम लागू रहेगा लेकिन इसे भी जल्दी ही बदला जा सकता है।

----- दिनेश बड़थ्वाल, वाइस प्रिंसिपल, दून इंटरनेशनल स्कूल

अब सिक्स्थ क्लास से नाइंथ क्लास तक के सभी स्टूडेंट्स को इवैल्यूएशन एक समान असेसमेंट सिस्टम के तहत किया जाएगा। सीबीएसई लगातार पैटर्न और सिस्टम में बदलाव कर रहा है। इसका बड़ा कारण न सिर्फ स्कूल एजुकेशन सिस्टम को ट्रांसपेरेंट बनाना है, बल्कि क्वॉलिटी इंप्रूवमेंट के लिए भी यह निर्णय काफी सहायक साबित होंगे। नई स्कीम से स्टूडेंट्स को एकेडमिकली बेहतर नॉलेज मिलेगी।

---- रौनक जैन, डायरेक्टर, तुलाज इंटरनेशनल स्कूल