JAMSHEDPUR: बेहतर व सटीक निर्णय लेने के लिए सर्वप्रथम समस्या व परिस्थिति का आकलन जरूरी है। किसी भी समस्या के समाधान का मसला हो तो उसके लिए डायग्नोस्टिक और रीमेडियल मॉड्यूल पर एक्सरसाइज किया जाना चाहिए। ये बातें बिष्टुपुर एन रोड स्थित जीआईआईटी प्रोफेशनल कॉलेज में 'निर्णय लेने की क्षमता' विषय पर आधारित पांच दिवसीय सेमिनार के समापन समारोह के दौरान रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित एससी मिश्र ने स्टूडेंट्स से कहीं। सेमिनार के दौरान उन्होंने उपस्थित स्टूडेंट्स से कई महत्वपूर्ण जानकारी सांझा की। उन्होंने स्टूडेंट्स में निर्णायक क्षमता विकास के लिए केस स्टडी, एक्सरसाइज व ब्रेन टीजिंग गेम्स के माध्यम से तरह-तरह के अभ्यास भी कराये। वहीं सेमिनार का आरंभ, स्वागत-समापन व धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कॉलेज के प्रिंसिपल ओमप्रकाश ने कहा कि निर्णय लेना अथवा समस्या का समाधान करना दोनों के लिए ही सकारात्मक सोच जरूरी हैं। उन्होंने आगे कहा कि समस्या के आकलन व धैर्य के साथ निर्णय लेते हुए समाधान तक पहुंचा जा सकता हैं, लेकिन इसके लिए समस्या के लक्षण, वास्तविक कारण आदि को समझने की विधि को अपनाने की जरूरत है। इस अवसर पर कॉलेज के टीचर्स के अलावा बीएससी, आइटी, बीबीए, बीसीए व बीकॉम के स्टूडेंट्स उपस्थित थे।