- महाराज बलवंत सिंह पीजी कॉलेज गंगापुर में दो दिवसीय सेमिनार का हुआ इनॉगरेशन

वैश्वीकरण की प्रक्रिया में भारत सहित तीसरी दुनिया के देशों को समेट रही है। ऐसी संस्कृति विकसित हो रही है जो विश्वव्यापी लग रही है। ऐसा लग रहा है जैसे यह सांस्कृत हमला है। ये बातें रविवार को महाराज बलवंत सिंह पीजी कॉलेज गंगापुर में आयोजित भारतीय संस्थागत समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव विषयक दो दिवसीय सेमिनार के इनॉगरेशन पर बतौर चीफ गेस्ट काशी विद्यापीठ के प्रो। रवि प्रकाश पाण्डेय ने कही। उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण के प्रभाव से कई सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं। इससे भारत में सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि वैश्वीकरण से हमारी संस्कृति की समता को नुकसान हो रहा है। विशिष्ट अतिथि बीएचयू के समाजशास्त्र के प्रो। आर्यना त्रिपाठी ने कहा कि वैश्वीकरण ने हमारी संस्कृति में जहर घोल दिया है। सेमिनार की अध्यक्षता प्रो। जयकांत तिवारी ने किया। इसके पहले सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। इस मौके पर डॉ। आलोक कुमार कश्यप, प्रिंसिपल डॉ। पुष्पा देवी, गिरीश चंद मिश्र, देवेंद्र नाथ पाण्डेय, डॉ। शैलेंद्र कुमार सिंह, डॉ। मंजु मिश्र सहित अन्य लोग मौजूद रहे।