-काशी विद्यापीठ में 'भारतीय पत्रकारिता दिवस' पर आयोजित हुआ सेमिनार

VARANASI: जर्नलिज्म में तथ्य सबसे ऊपर होता है। इसमें प्रतिबद्धता अति आवश्यक है। जर्नलिस्ट को ऊर्जावान होना इसलिए जरूरी है क्योंकि यही ऊर्जा आगे चलकर निष्पक्षता, ईमानदारी व रचनात्मकता का स्वरूप लेती है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के जर्नलिज्म डिपार्टमेंट में गुरुवार को 'भारतीय पत्रकारिता की दशा व दिशा' विषयक सेमिनार में वक्ताओं का यही मत रहा। भारतीय पत्रकारिता दिवस पर आयोजित सेमिनार में विशिष्ट वक्ता आकाशवाणी के एक्स डायरेक्टर प्रेम नारायण ने कहा कि हमें हमेशा सच से रूबरू कराना चाहिए। प्रो। केसी पांडेय ने कहा कि पत्रकारिता में तटस्थता का महत्वपूर्ण स्थान है। हमें इस बात का ध्यान देना होगा। मानविकी संकाय के अध्यक्ष प्रो। श्रद्धानंद ने कहा कि अच्छा जर्नलिस्ट वही हो सकता है जो अच्छा श्रोता हो। पत्रकारिता डिपार्टमेंट के हेड प्रो। अनिल कुमार उपाध्याय ने कहा कि व्यावसायिकता पत्रकारिता के लिए संकट है। पत्रकारों को इस पर विचार करना चाहिए। इस मौके पर डॉ। प्रभाशंकर मिश्र, डॉ। अरुण शर्मा, डॉ। रश्मि श्रीवास्तव, डॉ। रमेश सिंह सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किये। संचालन डॉ। विनोद कुमार सिंह व धन्यवाद ज्ञापन डॉ। नंद बहादुर ने किया।