-वाइस चांसलर ने फैकल्टी की कमी का सॉल्यूशन निकला

-पीजी, पीएचडी करने वाले स्टूडेंट्स की नई भूमिका

-बीओजी की मीटिंग में प्रपोजल को ग्रीन सिग्नल मिल गया

KANPUR: टीचर्स की कमी से जूझ रहे चन्द्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर एण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने सीनियर स्टूडेंट्स से अंडर ग्रेजुएट की क्लास कराने की तैयारी कर ली है। मेरीटोरियस पीजी व पीएचडी स्कॉलर से क्लास कराने के प्रपोजल को बीओजी ने भी ग्रीन सिग्नल दे दिया है। वाइस चांसलर ने सभी एचओडी को इस आशय का लेटर भेज दिया है कि वह यूजी की क्लास कराने के लिए पीजी व पीएचडी स्टूडेंट्स की मदद लें। इस प्रक्रिया से सभी को फायदा मिलेगा। इटावा एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग कॉलेज में यह प्रॉसेस शुरू कर दिया गया है। यूनिवर्सिटी के क्ब् डिपार्टमेंट में भ्0 परसेंट टीचर्स की कमी है, जिसमें कि सबसे ज्यादा हार्टीकल्चर व फारेस्टी कॉलेज में समस्या है। यहां पर पीजी की क्लास लेने वाले टीचर्स नहीं हैं।

एचओडी की मेरीटोरियस पर नजर

चन्द्रशेखर आजाद एग्रीकल्चर एण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के सभी क्ब् डिपार्टमेंट व कॉलेज टीचर्स की कमी से जूझ रहे हैं। यूनिवर्सिटी में भ्0 प्रतिशत टीचर्स की कमी है। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस समस्या का निदान निकाल लिया है। पीजी की पढ़ाई कर रहे मेरीटोरियस स्टूडेंट्स पर एचओडी की पैनी नजर है। इसके अलावा पीएचडी स्कॉलर पर भी फोकस किया जा रहा है।

स्टूडेंट्स को मेहनताना भी मिलेगा

अहम बात यह है कि यूजी की क्लास लेने वाले पीजी स्टूडेंट्स को क्म् हजार रुपए और पीएचडी स्टूडेंट्स को ख्0 हजार रुपए प्रति माह देने पर भी सहमति बन गई है। इस आशय का लेटर सभी एचओडी को भेजा गया है कि जहां पर टीचर्स की कमी है, वहां पर स्टूडेंट्स से क्लास कराई जाए।

टीचर्स के प्रमोशन को ग्रीन सिग्नल

सालों से प्रमोशन की राह देख रहे एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के टीचर्स को अब गवर्नमेंट ने ग्रीन सिग्नल दे दिया है। अब सीएसए यूनिवर्सिटी के करीब 80 टीचर्स को प्रमोशन मिल जाएगा। बीते करीब एक दशक से यूनिवर्सिटी के किसी भी टीचर को प्रमोशन नहीं मिला था। वाइस चांसलर ने प्रमोशन की जो कवायद शुरू की थी वह पूरी तरह से सफल रही।

वर्जन

यूनिवर्सिटी में टीचर की कमी है, जिसको ध्यान में रखकर यह डिसीजन लिया गया कि सीनियर मेरीटोरियस से यूजी की क्लास कराई जाएगी। इससे स्टूडेंट्स को अच्छी शिक्षा मिलेगी और छात्रों को अनुभव भी मिलेगा। एचओडी को इसके लिए लेटर भेज दिया गया है।

प्रो। मुन्ना सिंह, वाइस चांसलर सीएसए