RANCHI (24 Aug):

भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी में आई जबर्दस्त गिरावट दर्ज होने के बाद झारखंड के निवेशकों के भी नींद उड़ गए हैं। इसे ख्009 से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट बताया गया जहां सेंसेक्स क्म्ख्भ् अंक लुढ़क गया। निवेशकों के इस एक दिन में 7 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए। झारखंड में भी शेयर बाजार में निवेश करनेवाले लोगों पर असर पड़ा है। छोटे निवेशकों को निवेश का 70 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। निवेशक अब डाउट की स्थिति में हैं कि वे अपने शेयरों का क्या करें। हालांकि एक्सपर्ट का ये भी मानना है कि लोगों के उपर मंदी का मनोवैज्ञानिक भय भी हावी हो जाता है जिससे वे घबरा कर पैसे खींचने लगते हैं।

अलग-अलग माध्यम के हैं निवेशकों पर असर

रांची के शेयर ब्रॉकर रुपेश बताते हैं कि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले म्म्.म्भ् के स्तर पर पहुंच गया जो साल ख्0क्फ् के बाद रुपए की सबसे खराब हालत है। चीनी अर्थव्यवस्था में आई भारी गिरावट और विदेशी बाजारों की कमजोरी का सीधा असर अब यहां के निवेशकों पर भी पड़ेगा। कई लोग अलग-अलग माध्यम से रांची में भी शेयर बाजार में अपने कैपिटल इंवेस्ट करते हैं। इस वजह से एक निश्चित आंकड़ा तो नहीं बताया जा सकता है लेकिन पिछले कुछ सालों में लोगों का रुझान इस ओर बढ़ा है। हर दिन इसको लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन क्वेरी भी आती है।

नहीं लेना चाहते हैं रिस्क

चीन के बाजार और अर्थव्यवस्था को लेकर निवेशकों में अब डर पैदा हो गया है। रांची के इकॉनोमिक्स एक्सपर्ट मुकेश अग्रवाल बताते हैं कि निवेशक अब डर की वजह से भारतीय बाजार से पैसा खींच रहे हैं। रांची में बिजनेस सेक्टर का एक नया स्वरुप उभर कर सामने आ रहा है जहां यंग जेनरेशन अब लीड कर रहे हैं। ऐसे में वे ऑनलाइन माध्यम से ज्यादा से ज्यादा कंपनियों में शेयर खरीदने में इंटरेस्ट दिखाते हैं। लेकिन साल ख्009 के बाद आई सबसे गिरावट को देखते हुए हर कोई रिस्क लेने से पीछे हटेगा। यहीं वजह है कि निवेशक भारतीय बाजार से पैसा खींच रहे हैं।

नयी सरकार के गठन के बाद पिछले एक साल में शेयर बाजार में पैसे लगानेवाले लोगों में फिर से बढ़ोत्तरी देखी गई। जिसमें लंबी अवधि के लिए निवेश करने वालों की संख्या में भी इजाफा देखा गया जिसमें अच्छा रिटर्न होने की उम्मीद रहती है। निवेशकों के इस सेगमेंट को इस मंदी का ज्यादा असर पड़ेगी।