RANCHI: गवर्नर सह चांसलर द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि सभी विश्वविद्यालय अपने यहां एक सर्वे करें, जिससे पता चल सके कि स्टूडेंट्स का रुझान किस ओर है। किस सब्जेक्ट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। किस कोर्स से अधिकतर स्टूडेंट्स को रोजगार मिल रहा है। क्या-क्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की जरूरत है। फिर इसके अनुरूप एक टीम गठित कर विभाग कार्य करे। वह शुक्रवार को राजभवन में आयोजित स्पेशल एडवाइजरी कमिटी की बैठक को संबोधित कर रही थीं। मौके पर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के वीसी, उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह, राज्यपाल के प्रधान सचिव एसके शतपथी, कृषि सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, जेपीएससी अध्यक्ष व यूनिसेफ के प्रतिनिधि मौजूद थे।

राज्यपाल के दिशा-निर्देश

-सभी यूनिवर्सिटीज में एक-एक पुलिस पिकेट के लिए जमीन उपलब्ध कराएं

-यूनिवर्सिटी कैंपस में एक बैंक के लिए पहल हो

-रांची विवि रूसा के तहत सरकार से प्राप्त राशि से जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग का आधारभूत संरचना डेवलप करे

-जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा विभागों के आधारभूत संरचना में वृद्धि, लिपि के विकास पर ध्यान देने की जरूरत।

-फाइन एंड परफॉर्मिग आ‌र्ट्स की शिक्षा सेल्फ फाइनांस स्कीम के तहत मिले

टीआरएल डिपार्टमेंट में टीचर बढ़ाने का निर्देश

राज्यपाल ने राज्य के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में संचालित जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग में उपलब्ध आधारभूत संरचना की समीक्षा के क्रम में यह जानकर आश्चर्य व्यक्त किया कि रांची विवि के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के पीजी लेवल के कोर्स में क्म्00 से अधिक विद्यार्थी हैं और शिक्षकों की संख्या मात्र ब् है। राज्यपाल को यह भी अवगत कराया गया कि इस संकाय से बहुत से विद्यार्थी नेट और जेआरएफ पास करते हैं।

खाली पड़े पदों पर बहाली का निर्देश

राज्यपाल ने विवि में पदाधिकारियों के खाली पड़े पदों की समीक्षा करते हुए झारखंड लोक सेवा आयोग को निर्देश दिया कि वे इस दिशा में तत्परता से कार्य करें। उन्होंने इसके लिए झारखंड लोक सेवा आयोग को हायर एंड टेक्नीकल एजुकेशन डिपार्टेमंट के सेक्रेट्री के साथ समन्वय स्थापित कर बाधा दूर करने का निर्देश दिया।