- 500 सरकारी और लगभग 250 पहुंचे प्राइवेट अस्पतालों में
- ट्रॉमा सेंटर-1 में भर्ती किए गए 80 मरीज
LUCKNOW: होली के हुड़दंग में लापरवाही बहुत से लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ गई। कोई एक्सीडेंट में घायल हुआ तो कुछ लोग मारपीट में घायल होकर अस्पताल पहुंच गये। इनमें से डेढ़ सौ से अधिक का भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। सबसे अधिक 80 मरीज ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किए गए, जबकि 16 की मौत हो गई।
ट्रॉमा सेंटर में पहुंचे 300 मरीज
डॉक्टर्स के अनुसार मंगलवार बुधवार सुबह से गुरुवार दोपहर बाद तक 300 मरीज घायल होकर इलाज के लिए पहुंचे। इनमें से 80 मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है, जबकि 16 की मौत हो गई। इनमें से पांच की एक्सीडेंट के बाद ट्रॉमा पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी। जबकि 11 की इलाज के दौरान मौत हो गई। ट्रॉमा के डॉक्टर्स के अनुसार 80 भर्ती किए गए मरीजों में से 60 मरीज न्यूरो और जनरल सर्जरी के हैं, जबकि 20 मरीज आर्थोपेडिक इंजरी के कारण भर्ती किए गए हैं। वहीं, वृंदावन स्थित ट्रॉमा-2 में भी दर्जन भर से अधिक मरीज पहुंचे, जिनमें से तीन मरीजों को भर्ती किया गया। डॉक्टर्स के अनुसार न्यूरो सर्जरी में भर्ती किए गए ज्यादातर मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
बलरामपुर अस्पताल में 26 भर्ती
उधर, राजधानी के अन्य बड़े अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में एक्सीडेंट और मारपीट के बाद घायल होने से मरीज पहुंचे। बलरामपुर अस्पताल में कुल 51 मरीज पहुंचे, जिनमें से 26 को भर्ती किया गया। शेष मरीजों को फर्स्ट एड देने के बाद वापस कर दिया गया। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों में 250 से ज्यादा मरीज पहुंचे।
अस्पताल-मरीज पहुंचे-भर्ती
ट्रॉमा सेंटर-300-80
लोहिया-71-6
सिविल-18-4
बलरामपुर-50-26
लोकबंधु-59-3