- शाहपुर एरिया के गायत्रीपुरम की घटना

- ड्राइवर को पुलिस चौकी से छोड़ने पर भड़की पब्लिक

GORAKHPUR : शाहपुर एरिया के गायत्रीपुरम मोहल्ले में ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में बच्चे की मौत हो गई। रविवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे घटना से लोग गुस्सा हो गए। मोहल्ले के लोगों ने ट्रैक्टर ड्राइवर को पकड़कर वाहन में तोड़फोड़ की। डेड बॉडी उठाने के पहले ड्राइवर को चौकी से छोड़ने की सूचना पर बवाल हो गया। जाम लगाकर लोगों कार्रवाई के साथ मुआवजे की मांग की। घटना की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर, सीओ कैंट और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।

बेकाबू थी ट्रैक्टर-ट्रॉली

शाहपुर एरिया के गायत्रीपुरम मोहल्ले में जनार्दन राय का मकान है। उनके मकान में बिहार के दरौली खास निवासी संतोष शुक्ला ने किराये पर कमरा लिया है। गोरखपुर में रहकर संतोष टेंपो चलाते हैं। मां गायत्री, पत्‍‌नी रिंकी उर्फ संध्या, नौ साल का बेटा सिद्धार्थ उर्फ शिवम, दो साल का शिवांश भी साथ रहते हैं। रविवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे घर से थोड़ी दूर स्थित जनरल स्टोर्स पर संतोष सामान लेने गए। उनके साथ दोनों बेटे भी टाफी खरीदने पहुंचे। बड़ा बेटा साइकिल से था जबकि छोटा उनकी गोद में। सामान लेकर वह लौट रहे थे। साइकिल लेकर बेटा सिद्धार्थ आगे-आगे चल रहा था। घर के पास पहुंचे तभी सामने से ट्रैक्टर ट्रॉली आ गई। बेकाबू ट्रैक्टर ट्रॉली ने सिद्धार्थ की साइकिल में टक्कर मार दी। गिरने पर साइकिल सवार बालक को कुचलते हुए व्हीकल आगे बढ़ गया। ट्रैक्टर-ट्रॉली से कुचलकर सिद्धार्थ के चीथड़े उड़ गए। पिता के सामने तड़प-तड़पकर उसकी जान निकल गई। मौत के आगे बेबस पिता बेटे की जान बचाने के लिए कुछ न कर सका। पास पड़ोस के लोगों ने ट्रैक्टर चालक को पकड़ लिया। मौका देखकर मजदूर खिसक गए।

छूटा ड्राइवर, भड़का गुस्सा

ट्रैक्टर ड्राइवर को पकड़कर लोगों ने झरना टोला पुलिस चौकी के हवाले कर दिया। आरोप है कि थोड़ी देर बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया। पुलिस चौकी से ड्राइवर को छोड़ने की सूचना मोहल्ले में फैल गई। सैकड़ों महिलाओं, पुरुषों और बच्चों ने घटनास्थल के पास जाम लगा दिया। लोगों ने आरोप लगाया कि ईट-भट्ठा मालिक से मिलीभगत करके पुलिस ने ड्राइवर को छोड़ा। गुस्साए लोगों ने मौके पर प्रशासनिक अफसरों को बुलाने की मांग की। मौके पर एसडीएम सदर पंकज वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट लवकुश, सीओ कैंट कमल किशोर पहुंचे। बवाल बढ़ता देखकर कई थानों की फोर्स बुला ली गई।

किसके लिए बनाउंगी टिफिन

सिद्धार्थ उर्फ शिवम की मौत से पूरा मोहल्ला दुखी था। परिजनों पर दुखों पर पहाड़ टूट पड़ा। पिता को नहीं सूझ रहा था कि आखिर वह क्या करें। एक प्राइवेट स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र शिवम की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया। उसकी मां रो-रोकर बेहाल हो गई। गोद में बैठा दो साल का शिवांश यह नहीं समझ पा रहा था कि आखिर क्या हुआ है। वह बस इतना कह पा रहा था कि भैया की साइकिल सड़क पर है। संतोष के घर पास पड़ोस के लोगों का तांता लगा रहा। लोगों ने घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया।

बंद हो ट्रैक्टर-ट्रॉली

प्रशासनिक अफसरों के सामने लोगों ने गंभीर आरोप लगाए। कहा कि रुपए लेकर पुलिस दिनभर ट्रैक्टर-ट्रॉली चलवाती है। एक साल पहले सैनिक कुंज में ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से बच्चे की मौत हो गई थी। बावजूद इसके आवागमन पर कोई रोक नहीं लगी। लोगों ने मांग उठाई कि मोहल्ले में सुबह छह बजे से रात के 10 बजे तक ट्रैक्टर ट्रॉली का आवागमन बंद कराया जाए। पीडि़त फैमिली को कम से कम 25 लाख का मुआवजा दिया जाए। एसबीएफ मार्का ईट भट्ठा मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

पीडि़त फैमिली से मिले योगी

गायत्रीनगर मोहल्ले में दुर्घटना के शिकार बालक के घरवालों से सदर सांसद मिले। रविवार की दोपहर महंत योगी आदित्यनाथ मोहल्ले में पहुंचे। पीडि़त परिवार से मिलकर ढांढस बंधाया। घटना पर दुख जताते हुए पुलिस प्रशासन के अफसरों को मदद का निर्देश दिया। करीब आधे घंटे तक वह मोहल्ले में रहे।

बच्चे की मौत दुखद घटना है। इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की तरफ से मिलने वाली सहायता दी जाएगी। सीओ को आदेश दिया गया है कि वह ट्रैक्टर-ट्रॉली का संचलन बंद कराएं। मुकदमा लिखकर जिम्मेदार ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई करें।

पंकज वर्मा, एसडीएम सदर