GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मासूमों की मौत मामले में दर्ज एफआईआर में आरोपी बनाए गए छह के जेल जाने के बाद बुधवार को सातवें आरोपी चीफ फॉर्मासिस्ट गजानंद जायसवाल ने भी सरेंडर कर दिया और पुलिस देखती ही रह गई। पुलिस इस ताक में थी कि जैसे ही आरोपी सरेंडर करने कोर्ट पहुंचेगा, वह उसे गिरफ्तार कर लेगी लेकिन पुलिस को चकमा देकर गजानंद कोर्ट पहुंच गया। विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम कोर्ट के प्रभारी न्यायाधीश शिवानंद सिंह ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया। एसएसपी ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम लगी है।

 

गुलरिहा थाने में है मामला

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मासूमों की मौत के मामले में पूर्व प्रिंसिपल डॉ। राजीव मिश्रा, उनकी पत्‌नी डॉ। पूर्णिमा शुक्ला, डॉ। कफील खान, डॉ। सतीश, मनीष भंडारी, वरिष्ठ लिपिक संजय त्रिपाठी, कनिष्ठ लिपिक सुधीर पांडेय, लिपिक अजय शर्मा, चीफ फॉर्मासिस्ट गजानंद जायसवाल पर डीजीएमई डॉ। केके गुप्ता की तहरीर पर हजरतगंज लखनऊ में केस दर्ज कराया गया था। वहां से पूरे मामले को गुलरिहा थाने को ट्रांसफर कर दिया गया था।

 

सतीश ने भी दे दिया था चकमा

केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने पूर्व प्रिंसिपल डॉ। राजीव मिश्रा, उनकी पत्‌नी डॉ। पूर्णिमा शुक्ला, डॉ। कफील खान, सुधीर पांडेय को अरेस्ट किया। वहीं पिछले दिनों आरोपी डॉ। सतीश कुमार ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में पहुंच सरेंडर कर दिया। मंगलवार को वरिष्ठ लिपिक संजय त्रिपाठी अरेस्ट किया गया। इसके बाद पुलिस बचे आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी थी लेकिन बुधवार को चीफ फॉर्मासिस्ट गजानंद जायसवाल ने भी कोर्ट में सरेंडर कर दिया और पुलिस देखती रह गई।

 

दोनों आरोपी गए जेल

आरोपी संजय त्रिपाठी को कैंट पुलिस ने मंगलवार को अरेस्ट किया था। बुधवार को उसे भी कोर्ट में पेश किया गया। सातवें आरोपी चीफ फॉर्मासिस्ट गजानंद जायसवाल को भी कोर्ट ने जेल भेज दिया। इस तरह दोनों आरोपी जेल चले गए। अब बचे आरोपियों में ऑक्सीजन सप्लायर मनीष भंडारी व लिपिक अजय शर्मा फरार चल रहे हैं। पुलिस इनकी भी तलाश में जुट गई है।