-पहली बार वोट देकर खिले युवाओं के चेहरे, बोले-वोट डालने के बाद लग रहा है कि देश में हमारा भी कुछ योगदान है

KANPUR वोटिंग को लेकर यूथ में जबरदस्त उत्साह दिखाई दिया। पहली बार वोट देने का मौका पाए युवाओं का कहना है कि पॉलिटिक्स की खबरें पढ़कर मन तो काफी सालों से करता था कि वोट दूं। पर गवर्नमेंट ने उम्र की बंदिश जो लगा रखी है। पर इस बार जिनके लिए ये बंदिश टूट गई और उनको मताधिकार का मौका मिला, और इन फस्र्ट टाइम वोटर्स ने पूरे उत्साह से वोट डाला।

और पहुंच गई वोट डालने

बीए की स्टूडेंट राधिका मुखर्जी ने बताया कि वो दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रही हैं। कुछ दिनों पहले पापा ने फोन पर बताया कि बेटी आपका वोटर आईडी कार्ड बनकर आ गया है। बस पापा की बात सुनकर मुझे काफी खुशी हुई और कानपुर का रिजर्वेशन ऑन लाइन कर लिया। राधिका के मुताबिक वो थर्सडे का सुबह ही घर पहुंची और थोड़ी देर रेस्ट करने के बाद पापा के साथ पोलिंग सेंटर पहुंची और मतदान किया। भोपाल में पढ़ने वाले विकास मल्होत्रा ने बताया कि वोट डालने को लेकर वो काफी उत्साहित थे और वोट डालकर ये महसूस हो रहा है कि अब मैं देश के लिए कुछ करने लायक हुआ हूं।

अब हम भी कुछ कर सकते हैं

स्वरूप नगर की रहने वाली प्रीति अग्रवाल का कहना है कि पिछले चुनावों में जब पापा और मम्मी वोट डालकर आते थे तो मुझको ये लगता था कि मैं कब वोट डाल पाऊंगी लेकिन इस बार वो मौका मुझे भी मिल गया। वो कहती हैं कि मताधिकार का प्रयोग करके ये विश्वास होता है कि हम लोग भी कुछ कर सकते हैं। इस बार इलेक्शन में काफी संख्या में पहली बार वोटर बने लोगों ने अपने मताधिकार का यूज किया है।

आर्यनगर में रहने वाले विकास मल्होत्रा ने बताया कि उन्होंने काफी जद्दोजहद के बाद वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाया है। क्योंकि उनको पहली बार वोट देने का मौका इसी लोकसभा चुनाव में मिलना था। वो कहते हैं कि जैसे ही ईवीएम का बटन दबाया, मुझे लगा कि मेरी मेहनत रंग लाई है। वो कहते हैं कि पहली बार वोट जरूर दिया है लेकिन काफी कुछ समझने के बाद। क्योंकि बिना सोचे-समझे वोट देने से फिर कई सालों तक परेशान होना पड़ता है। रागिनी, नेहा, दीपशिखा, सीमा, युक्ता, काजल, शिवम्, राकेश, अनुराग, राहुल समेत सैकड़ों फ‌र्स्ट टाइम वोटर्स अपने मताधिकार का यूज करने पोलिंग सेंटर्स पहुंचे।