RANCHI : आईआईएम रांची इन दिनों पढ़ाई की बजाय कुछ और वजहों से चर्चा में है। मामला सेक्सुअल हैराशमेंट से जुड़ा है। कुछ दिनों पहले इंस्टीट्यूट की एक महिला फैकल्टी मेंबर ने अपने कलिग प्रोफेसर पर सेक्सुअल हैराशमेंट का आरोप लगाया था। यह मामला अभी थमा भी नहीं है कि मंगलवार को एक और ऐसा ही मामला सामने आ गया। एक ही महीने में सेक्सुअल हैराशमेंट के दो-दो मामले के सामने आने से इंस्टीट्यूट की साख पर दाग लग रहा है। इस इंस्टीट्यूट में महिला फैकल्टी मेंबर्स द्वारा अपने कलिग के खिलाफ लगाए गए सेक्सुअल हैराशमेंट के आरोप की जांच के बाद ही असलियत सामने आएगी।

यह है मामला

आईआईएम रांची की महिला फैकल्टी मेंबर ने अपने कलिग फैकल्टी मेंबर प्रो सताधर बेरा के खिलाफ सेक्सुअल हैराशमेंट का आरोप लगाया है। मंगलवार को पीडि़त की ओर से एसएसपी रांची को लेटर के माध्यम से इस मामले की जानकारी दी है। लेटर में उन्होंने कहा कि प्रो सताधर बेरा ने उन्हें मेंटली टॉर्चर किया है। इतना ही नहीं उन्होंने गाली-गलौज भी की। वे इंस्टीट्यूट से निकलवाने की भी धमकी देते थे। उनके इस बिहेवियर से काफी परेशान हो गई थी। इससे पहले पर इसी महीने एक महिला फैकल्टी मेंबर ने अपने कलिग पर छेड़खानी और मिसबिहेव करने का आरोप लगा चुकी हैं।

इंस्टीट्यूट में आई पुलिस

आईआईएम रांची के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी मामले की जांच के सिलसिले में पुलिस आई है। महिला फैकल्टी मेंबर्स द्वारा कलिग्स के खिलाफ लगाए गए सेक्सुअल हैराशमेंट के आरोप की जांच करने बुधवार को कोतवाली पुलिस इंस्टीट्यूट पहुंची। हालांकि, पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी कुछ कहना मुनासिब नहीं हैं, क्योंकि जांच चल रही है। इससे पहले गोंदा पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर बेरा को थाने में बुलाकर चेतावनी दी थी। पुलिस ने कहा था कि अगर भविष्य में आपके खिलाफ ऐसा कोई मामला आता है तो अरेस्ट कर लिया जाएगा।

डायरेक्टर को जानकारी नहीं

इंस्टीट्यूट कैंपस में सेक्सुअल हैराशमेंट और छेड़खानी के एक महीने में दो मामलों सामने आए, लेकिन आईआईएम मैनेजमेंट को इसकी भनक तक नहीं लगती है। इस बाबत आरोप लगाने वाली महिला फैकल्टी मेंबर ने कहा कि 17 जुलाई को ही आईआईएम रांची के एक्टिंग डायरेक्टर प्रो बीबी चक्रवती से इसकी शिकायत वह कर चुकी है। दूसरी ओर एक्टिंग डायरेक्टर का कहना है कि महिला फैकल्टी मेंबर की ओर से उनके अथवा मैनेजमेंट के पास सेक्सुअल हैराशमेंट को लेकर कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई गई है। अगर ऐसा कोई मामला होगा तो आईआईएम मैनेजमेंट अपने स्तर से इसकी जांच कराएगी। आरोप सही पाए जाएंगे तो दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर, इस मामले की जांच आईआईएम कोलकाता की टीम द्वारा किए जाने की बात सामने आई है। यह टीम दोनों पक्षों का बयान लेगी। इसके बाद टीम अपनी रिपोर्ट आईआईएम के गवर्निग बॉडी को सौंप देगी।

छात्रा ने एडमिनिस्ट्रेटर पर लगाया था सेक्सुअल हैराशमेंट का आरोप

आईआईएम रांची में सेक्सुअल हैराशमेट, छेड़खानी और मिसबिहेव का यह कोई पहला मामला नहीं है। एक साल पहले भी छात्रा ने इंस्टीट्यूट के एडमिनिस्ट्रेटर के खिलाफ सेक्सुअल हैराशमेंट की कंप्लेन दर्ज कराई थी। यह मामला सेंट्रल होम मिनिस्ट्री तक पहुंच गया था। होम मिनिस्ट्री ने इस मामले की गोपनीय जांच का आदेश दिया था, लेकिन समय बीतने के साथ इस मामले को दबा दिया गया। आरोपी पर न तो इंस्टीट्यूट की ओर से कोई कार्रवाई की गई और न ही होम मिनिस्ट्री ने कोई एक्शन लिया। जिस एडमिनिस्ट्रेटर के खिलाफ सेक्सुअल हैराशमेंट का आरोप लगा था, वे आज भी इंस्टीट्यूट में काम कर रहे हैं।

एचआरडी मिनिस्टर ने जताई चिंता (बॉक्स)

आईआईएम रांची में महिला फैकल्टी मेंबर के साथ सेक्सुअल हैराशमेंट का मामला झारखंड की एचआरडी मिनिस्टर गीताश्री उरांव के पास भी पहुंच चुका है। उन्होंने इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी घटना इंस्टीट्यूट के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने मामले की जांच कराने की भी बात कही। इसी के बाद रांची के एसएसपी को मामले की जांच को लेकर दो लेटर भेजे गए।