PATNA: पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में सीबीआई ने पूर्व सांसद और राजद नेता मो.शहाबुद्दीन की संलिप्तता पाई है.विशेष अदालत में उनकी पेशी के लिए अर्जी दायर की है। सीबीआई पहली बार इस मामले में शहाबुद्दीन का नाम सामने लाई है। मीडिया में छपी खबरों के अलावा राजदेव की खबरों को आधार माना है।

जेल संबंधित खबरों पर ध्यान

सीबीआइ ने शहाबुद्दीन से जुड़ी खबरें और पत्रकार राजदेव हत्याकांड की खबरों का संज्ञान लिया है। इसमें विशेषकर जेल से हिटलिस्ट जारी होना, मंत्री अ?दुल गफूर और पूर्व सांसद की जेल के अंदर मुलाकात विशेष रूप से शामिल है। पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन ने हत्याकांड में शहाबुद्दीन की संलिप्तता के सबूत सीबीआई को दी हैं। उन्होंने कहा कि उनके पति जब भी खबरें लिखते थे तो शहाबुद्दीन हस्तक्षेप करते थे। घर पर शहाबुद्दीन की ओर से धमकी आए दिन मिलती थी। हत्या के बाद जब सीबीआइ जांच में मो। कैफ और जावेद का नाम सामने आया तो मेरा शक और बढ़ गया। मैंने इस हत्याकांड में शहाबुद्दीन की संलिप्तता की बात कही थी। हत्याकांड का मुख्य आरोपी लड्डन भी शहाबुद्दीन के लिए ही काम करता था। जेल में भी शहाबुद्दीन के साथ रहता था।

जो भी तथ्य कोर्ट में रखे गए हैं, वे सत्य हैं। कई महीनों की जांच के बाद ही पुख्ता सबूत मिलने पर शहाबुद्दीन की संलिप्तता पाई गई है। जांच जारी है।

- सुनील सिंह रावत, डीएसपी, सीबीआई