छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर तीन दिनों से चल रहे सभी गुरुद्वारों में अखंड पाठ की समाप्ति सोमवार की सुबह हुई। इसके बाद गुरु घर में आई संगत के बीच कड़ा प्रसाद का वितरण किया गया। गुरुद्वारों में लगी छबील में ग्रंथी द्वारा अरदास करने के बाद छबील से ठंडा शर्बत, गुड़, चना, कड़ा प्रसाद आदि का वितरण संगत के बीच किया गया। कदमा, सीतारामडेरा, टुइलाडुंगरी, साकची, सोनारी, बारीडीह, जुगसलाई स्टेशन रोड व गौरी शंकर रोड गुरुद्वारा, टिनप्लेट, तारकंपनी, जेम्को, रिफ्यूजी कालोनी, मानगो, संत कुटिया, बिष्टुपुर आदि गुरुद्वारों में छबील लगाकर संगत के बीच चना शर्बत का वितरण किया गया।

बताई गई जीवनी

काशीडीह चौक पर पिंटू सिंह, जगजीत सिंह व दविंदर सिंह सहित अन्य सदस्यों द्वारा लगाई गई छबील पर शर्बत पीने आ रहे युवकों व राहगिरों को गुरु अर्जुन देव जी की जीवनी के बारे में बताया जा रहा था। राहगिरों को जगजीत सिंह ने गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। राहगिरों ने भी पूरी दिलचस्पी के साथ शहीदी दिवस पर लगने वाले छबील के महत्व को जानने में अपनी महत्वकांक्षा दिखाई। इसके अलावा सीतारामडेरा ब्रिज के समीप सोनू सिंह, स्टेट माइल रोड सहित शहर के हर चौक चौराहों पर छबील का आयोजन समाजसेवी व युवकों ने कर राहगिरों के बीच ठंडा पानी का वितरण किया।

मीठे पानी वाला गुरुपर्व न कहे : हरविंदर

गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस को मीठे पानी वाला गुरुपर्व न कहें। यह बातें प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने साकची में आयोजित छबील के दौरान कही। गुरमत प्रचार सेंटर के सदस्य व प्रचारक हरविंदर सिंह जमशेदपुरी ने कहा कि विश्व में गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, लेकिन लोगों को उनकी महान शहादत के बारे में जानकारी का अभाव होने के कारण आम लोग उसे मीठे पानी वाला गुरुपर्व कहने लगे हैं जो गलत है। जमशेदपुर के सभी गुरुद्वारा कमेटियों को चाहिए कि गुरु अर्जुन देव जी की शहादत दिवस के अवसर पर छबील लगाने के साथ साथ उनकी शहादत के बारे में लोगों को जानकारी दे। ताकि उनकी शहादत को लोग याद रखे।