- घंटे भर तक सेतु निगम कार्यालय के सामने शाहमतगंज फ्लाईओवर के छोर पर खड़े रहे सांसद व विधायक

- बिथरी विधायक ने कहा हाईकमान के आदेश पर होगा इनॉग्रेशन, मेयर नहीं पहुंचे

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- घंटे भर तक सेतु निगम कार्यालय के सामने शाहमतगंज फ्लाईओवर के छोर पर खड़े रहे सांसद व विधायक

- बिथरी विधायक ने कहा हाईकमान के आदेश पर होगा इनॉग्रेशन, मेयर नहीं पहुंचे

BAREILLY:

BAREILLY:

नववर्ष में शहर के लिए सबसे बड़ा उपहार माना जाने वाला शाहमतगंज फ्लाईओवर ट्यूजडे को एक बड़े सियासी ड्रामा का गवाह बना। इस बार किरदार विपक्षी सपा के नहीं बल्कि सत्ताधारी भाजपा के विधायक और सांसद ही बने। फ्लाईओवर के उद्घाटन की पूर्व घोषणा के अनुसार बिथरी विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल, नवाबगंज विधायक केसर सिंह, फरीदपुर विधायक डॉ। श्याम बिहारी लाल और सांसद धर्मेद्र कश्यप मानसिक चिकित्सालय वाले छोर पर जमा हुए। आना तो मेयर को भी था, सभी उनका इंतजार करते रहे, लेकिन न मेयर पहुंचे और न फ्लाईओवर का कथित उद्घाटन हो सका। इस दौरान सत्ताधारी विधायकों के दल की अगुवाई कर रहे बिथरी विधायक कहीं बार-बार फोन मिलाते रहे। थोड़ी देर बाद भीड़ के सामने उन्होंने कहा कि किया कि सीएम योगी और प्रदेश अध्यक्ष से बात हो चुकी है। उन्होंने शाम तक शुभारंभ के बारे में बताने को कहा है। जिसके मुताबिक फ्लाईओवर का शुभारंभ होगा। इसके बाद सभी विधायक, सांसद समर्थकों के साथ गाडि़यों में बैठे और मौके से रवाना हो गए। चंद मिनटों बाद ही पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक कई वाहन फ्लाईओवर पर दौड़ने लगे थे। मानसिक हॉस्पिटल की ओर सभी बैरिकेडिंग हटा दी गई थी। जबकि थाना बारादरी की ओर सेतु निगम की जेसीबी ने क्रंक्रीट के दो बैरीकेडिंग हटाए थे। सभी लोगों को फ्लाईओवर से नीचे उतारकर पुलिस ने फिर से फ्लाईओवर को दोनों ओर से बंद कर दिया। घंटे भर तक चला यह सियासी ड्रामा शहर में चर्चा का विषय बना रहा। लोगों ने सेल्फी क्लिक कर सोशल मीडिया पर अपलोड की लेकिन बंद होने के बाद फेसबुक पर लोगों ने निराशा भी जताई। कइयों ने इसे पॉलीटिकल ड्रामा करार दिया।

सपा केनारियल फोड़ने से मचा हंगामा

पिछले दिनों सपा के कुछ नेताओं ने फ्लाईओवर के इनॉग्रेशन का ड्रामा खेला था, जिसके बाद इनॉग्रेशन के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सपा नेताओं की इस हरकत की वजह से फ्लाईओवर के एक ओर रोड बंद करने के लिए बड़े-बड़े कंक्रीट के पत्थर तो दूसरी ओर, लोहे की चादर की बैरीकेडिंग लगा दी गई हैं। साथ ही, पुलिसकर्मियों को भी सुरक्षा मानकों को देखते हुए तैनात किया गया है। इसी बीच ट्यूजडे को सत्ताधारी विधायक अपनी ओर से इनॉग्रेशन करने दोपहर करीब क्ख् बजे पहुंच गए पर बगैर इनॉग्रेशन के ही वापस लौट गए। जनता ने इस पूरे सियासी ड्रामा को 'क्रेडिट' लेने की होड़ करार दिया है।

इनॉग्रेशन विधायकों करना था, मुझे नहीं। उनके बुलाने पर वहां जा रहा था तभी विधायक जी का कॉल आया कि उनकी बात हो चुकी है। हाईकमान के निर्देशानुसार इनॉग्रेशन होगा।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर

मुझे क्या पता कि क्या हो रहा है। मैं इसमें क्या कहूं। मैं दिल्ली निकल आया हूं। सैटरडे को मैं बरेली वापस आऊंगा, तब सबसे बात करूंगा।

संतोष गंगवार, केंद्रीय मंत्री, श्रम एवं रोजगार

शाहमतगंज फ्लाईओवर बीजेपी की आपसी रार की वजह से पब्लिक के लिए ओपन नहीं हो पा रहा है। इसमें वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल की हठधर्मिता भी है। सपा ने क्ब् जनवरी को ही पुल का उदघाटन कर दिया और अब उद्घाटन का उद्घाटन करना बीजेपी के नेताओं को शोभा नहीं देता है। ट्यूजडे को पुल को खोला गया लेकिन कुछ देर बाद ही पब्लिक को पुलिस के द्वारा अपमानित कर नीचे उतार दिया गया।

शुभलेश यादव, सपा जिलाध्यक्ष