- सैदपुर स्थित शनिचरा पुल को तोड़ने के लिए चार महीने से ओपेन टेंडर

- कोई भी बनाने को तैयार नहीं, दो बार निगम कमिश्नर कर चुके हैं विजिट

- कंडिशन दिन-ब-दिन हो रही खराब, शनिचरा से आगे नहीं निकल पा रहा पानी

- आमलोगों ने निगम कमिश्नर और आरसीडी इंजीनियर का किया घेराव

PATNA: अब तक दो बार शनिचरा पुल का दौरा करने के बाद भी निगम कमिश्नर जय सिंह की समझ में नहीं आ रहा है कि इस मामले को कैसे दूर किया जाए। सफाई के बाद भी सैदपुर नाला से पानी आगे नहीं बढ़ पा रहा है। उधर, निगम की ओर से लगातार शनिचरा पुल को लेकर टेंडर निकाला गया है, पर टेंडर की राशि इतनी कम बताई जा रही है कि कोई भी एजेंसी इस काम को पूरा करने के लिए तैयार नहीं है। बुधवार को जब निगम कमिश्नर जय सिंह सैदपुर नाला का दौरा करने पहुंचे, तो उन्हें एक बार फिर से परेशानी जस की तस लगी और उन्होंने नाला के दोनों तरफ शिल्ट निकलवा कर देखा, फिर भी नतीजा कुछ सामने नहीं आ पाया। जानकारी हो कि 15 दिन पहले भी जब निगम कमिश्नर ने सैदपुर नाला का दौरा किया था, उस समय भी उन्होंने शनिचरा पुल के पास पानी के लेवल की जांच की थी, मगर कुछ खास अब तक प्लानिंग नहीं हो पाई है। ऐसे में अगर सैदपुर पुल को लेकर निगम फौरन कोई एक्शन प्लान नहीं लेता है, तो मुसीबत और भी अधिक बढ़ने वाली है।

वार्ड काउंसलर से आमलोगों का प्रदर्शन

जानकारी हो कि शनिचरा पुल की वजह से प्रभावित होने वाली दोनों तरफ के लोगों ने बुधवार को निगम कमिश्नर और आरसीडी के इंजीनियर का घेराव कर लिया था। वहीं, वार्ड काउंसलर नियाज ने भी शनिचरा पुल को लेकर निगम के ऑफिसर को एक्शन लेने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी शनिचरा पुल को लेकर लगातार परेशानी बढ़ी थी। उस समय भी इसे तोड़ने की बात कहीं गई थी, बावजूद इस पर कोई एक्शन नहीं उठाया गया है। निगम कमिश्नर जय सिंह की मानें, तो लगातार टेंडर किया जा रहा है। जैसे ही एजेंसी तैयार होती है, तो काम शुरू कर दिया जाएगा।

The other side

एक लाख की आबादी प्रभावित

पटना नगर निगम एरिया का यह पहला पुल होगा, जिसकी वजह से एक लाख से अधिक आबादी परेशान चल रही है। इसके बाद भी निगम व गवर्नमेंट की ओर से इस पर एक्शन नहीं लिया गया है, जबकि पिछले साल बारिश के दिनों में आर्मी तक को पुल के निर्माण के लिए बुलाया गया था, पर नतीजा कुछ भी सामने नहीं आया।

आरसीडी इंजीनियर का निगम पर आरोप

शनिचरा पुल के पास मौजूद आरसीडी के इंजीनियर ने कहा कि पुल की हालत ठीक है। निगम की लापरवाही से नीचे शिल्ट जमा हो जाता है। इस शिल्ट को निकालने की बजाय निगम लगातार पुल तोड़ने की बात कह रहा है, जबकि नाले की सफाई से जुटे कर्मियों की मानें, तो जितनी मात्रा शिल्ट की यहां पर रहती है, उतनी ही हर जगह है। निकलने का रास्ता नहीं मिलने से आगे पानी नहीं बढ़ पा रहा है।

पुल बनाने के लिए तैयार क्यों नहीं

जानकारी हो कि शनिचरा पुल को लेकर निगम की ओर से लगातार टेंडर किया जा रहा है। इसके बाद भी एजेंसी टेंडर नहीं डाल रही है, जबकि एजेंसी से जुड़े ठेकेदार की मानें, तो राशि भ्भ्-भ्8 लाख के आसपास की है। इतनी कम राशि में लंबे पुल का निर्माण पॉसिबल नहीं है। वहीं, निगम कमिश्नर जय सिंह की मानें, तो शनिचरा पुल को लेकर लगातार एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है, ताकि इस बारिश में आमलोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।