दिन दहाड़े हुई घटना से जैन समाज में रोष व्याप्त

-घटना के चार घंटे बाद नहर पटरी से दबोचा घायल अवस्था में एक बदमाश

हस्तिनापुर : श्री दिगंबर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर की प्रथम निशिया जी पर विराजमान भगवान शांतिनाथ की अष्टधातु की मूर्ति दिन दहाड़े तीन बदमाश लूट कर ले गए। पीछा करने पर बदमाश फायरिंग करते हुए मध्य गंग नहर पटरी से जंगल की ओर फरार हो गए। चार घंटे बाद एक बदमाश को घायलावस्था में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और लूटी गई मूर्ति भी बरामद नही हो सकी है।

श्रद्धालु बनकर आए बदमाश

घटना कौरवान वन ब्लॉक स्थित श्री दिगम्बर जैन प्राचीन बड़ा मंदिर की प्रथम निशिया जी शांतिवन के मुख्य जिनालय में भगवंतों की दर्जनों मूर्तियों के अलावा भगवान शांतिनाथ की 9 इंच ऊंची अष्टधातु की मूर्ति भी स्थापित है। मंगलवार सुबह नौ बजे दो बदमाश श्रद्धालु बनकर आए और अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना के पश्चात मुख्य जिनालय में पहुंचे। शीशा टूटने की आवाज आयी तो स्टाफ उस ओर दौड़ पड़ा, लेकिन बदमाश मंदिर के पीछे कूद गए। स्टाफ ने भागते हुए बदमाशों को पत्थर मारा तो पहले बाइक लिए खडे़ बदमाश ने स्टाफ पर फायर झोंक दिया। दोनों लुटेरे उसी के साथ बाइक पर सवार होकर मध्य गंग नहर पटरी से होते हुए रामराज की ओर फरार हो गए।

जंगल में काबिंग की

स्टाफ ने घटना की सूचना मंदिर प्रबंधक मुकेश जैन व पुलिस को दी। पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया और जंगल में काबिंग की, लगभग दो घंटे बाद सीओ मवाना बले सिंह पहुंचे और स्टाफ से जानकारी की। मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों ने सीओ को बदमाशों को गिरफ्तार कर मूर्ति बरामद करने के लिए 12 घंटे का समय दिया। उनका कहना था कि यदि निर्धारित समय के अंदर मूर्ति बरामद नही हुई तो जैन समाज आंदोलन करेगा। जिस पर सीओ ने घटना का शीघ्र खुलासा करने का भरोसा दिलाया। उसी समय बदमाशों की तलाश में जुटे एसओ को बदमाश मध्य गंगा नहर की पटरी पर दिखाई दिए। पुलिस को देख दो बदमाश घायल साथी को छोड़ कर फरार हो गये, जिसे पुलिस ने दबोच लिया और घायल बदमाश को सीएचसी लाकर उपचार कराया गया। जहां उसने अपना नाम वसीम (26)पुत्र यामीन निवासी गगसोना थाना फलावदा बताया।

सोने की समझ लूटी मूर्ति

पकड़े गए बदमाश वसीम ने बताया कि फरार बदमाशों ने उसे यह कहकर लाए थे कि एक जगह कुछ काम करना है। उन्होंने यह मूर्ति सोने की बताई। जिस पर उन्होंने घटना को अंजाम देते हुए लूट लिया।

कहीं मूर्ति तस्कर तो नही

मंदिर से मूर्ति चुराने वाले कहीं मूर्ति तस्कर भी हो सकते हैं, क्योंकि इससे पूर्व भी जनपद के कई मंदिरों से मूर्ति चोरी होने की घटना हुई है। गिरफ्तार बदमाश ने दो साथियों का नाम विकास व बंटी निवासी पिलोना बताया। उसने यह भी बताया कि विकास से उसकी दोस्ती है परंतु उसे यह पता नही कि वह मूर्ति तस्कर है या नहीं।