PATNA: पटना के हाई प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल में जांच टीम ने बड़ा खुलासा किया है। पीडि़ता जो मोबाइल नंबर चलाती थी वह सासाराम के भाजपा सांसद छेदी पासवान के बेटे राहुल के नाम पर है। अब सवाल ये है कि राहुल पासवान और पीडि़ता के क्या संबंध हैं? पुलिस ने केस डायरी में सांसद का नाम स्पष्ट उल्लेख किया है। इस संबंध में राहुल से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल बंद था। उनके बड़े भाई विशाल ने बताया कि पीडि़ता के परिवार और उनके बीच घरेलू संबंध हैं।

बेड रुम की दो चादर भी जांच में

अब स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) रेप के साक्ष्य ढूंढ रही है। कारण है कि पीडि़ता का आरोप अश्लील वीडियो क्लिप बनाकर शारीरिक शोषण का है। इसकी पड़ताल के लिए पुलिस टीम ने निखिल प्रियदर्शी के घर से दो बेड सीट बरामद की है, जिसकी निशानदेही पीडि़ता ने की है। पीडि़ता का आरोप है कि इस बेड सीट पर ही उसके साथ निखिल ने रेप किया था। इस चादर पर आज भी वो सबूत है, अगर इसकी जांच की जाए तो सच सामने आ जाएगा। अब फोरेंसिक जांच रिपोर्ट भी इस चादर को बड़ा सबूत मान रही है।

जांच और बयान में अंतर

एफआईआर और धारा क्म्ब् के बयान में पीडि़ता ने जो बयान दिया है वह एसआईटी की जांच में अंतर मिला है। इससे एसआईटी काफी भ्रमित हो रही है। पीडि़ता ने बयान दिया कि निखिल प्रियदर्शी ने जनवरी माह, ख्0क्म् में मिस्ड कॉल किया था, और यहीं से ही उसकी दोस्ती की नींव पड़ी थी। लेकिन जांच में इसके विपरीत कहानी सामने आई है। जांच के मुताबिक पीडि़ता ने आरोपी से दोस्ती के लिए पहल की थी। पीडि़ता के नाबालिग एवं बालिग होने की बात भी उसके अंक पत्र से संदेह के घेरे में है।

तेज हुई तलाश

इधर निखिल की गिरफ्तारी तेज हो गई है। सूत्रों की मानें तो हैदराबाद के साथ यूपी व अन्य कई प्रदेशों में निखिल की अरेस्टिंग के लिए जाल बिछाया गया है। हालांकि पुलिस के अनुसंधान एवं पीडि़ता के बयान में भिन्नता कई सवाल हैं।

निखिल की गिरफ्तारी को लेकर टीम लगी है। हर स्तर से जांच पड़ताल की जा रही है जिसमें पीडि़ता के सभी आरोपों पर बारीकी से पड़ताल की जा रही है।

- अनिल किशोर यादव, आईजी कमजोर वर्ग

पीडि़ता से राहुल की दोस्ती थी। चार साल पहले इसी दोस्ती में ही राहुल ने अपने नाम से जारी सिम उसे दे दी थी, अब अगर वह उसका मिस यूज कर रही है तो हमारा क्या दोष है।

- विशाल, राहुल का भाई