- शास्त्रीनगर फ्लैट के सेल्फ में छिपकर रह रहा था

- पुलिस की टीम ने निकाला सेल्फ से, वीडियों भी बनाया

- 2000 से ही पेरॉल से हुआ था फरार, 1980 में हुआ था नरसंहार

PATNA : वर्ष ख्000 से ही फरार सजायाफ्ता विनय कुमार सिंह को पटना पुलिस ने शास्त्रीनगर के नारायण सिटी अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया है। वह जहानाबाद के पारसबिगहा नरसंहार कांड का एक्यूज था और पुलिस की मानें तो सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे दोषी मान लिया था। विनय कुमार सिंह क्भ् सालों से दिल्ली, झारखंड, उत्तरप्रदेश और असम के कई जिलों में छिपकर रह रहा था। पुलिस ने उसे शास्त्रीनगर थाने के नारायण सिटी अपार्टमेंट में उसके बेटे गौरव के फ्लैट नम्बर क्0ब् से गिरफ्तार किया। वह वहां अजीबोगरीब स्थिति में छिपा हुआ था। पुलिस भी उसे देखकर चौंक पड़ी।

अलमारी वाले सेल्फ में छिपा था

पुलिस को विनय कुमार सिंह के बारे में पता चला था कि वह कभी कभी पटना आता है। इसके बाद तीन महीने से पटना पुलिस इसके पीछे लगी थी। एक सप्ताह से तो उसके अपार्टमेंट के आसपास पुलिस सिविल ड्रेस में लगी थी। धीरे धीरे यह साफ हुआ कि वह उस अपार्टमेंट में देखा गया है। उसके बेटे गौरव का फ्लैट था जिसमें वह बेटी की शादी को लेकर यहां आया हुआ था। पुलिस ने उसके घर में महिला पुलिसकर्मियों को भी साथ लेकर छापेमारी की तो विनय को दीवार में बने सेफ में छुपा पाया गया। अंदर उसके सोने की पूरी व्यवस्था थी। साथ ही अलमीरा के आगे सामान रखकर उसे छिपा दिया गया था। पुलिस टीम जब पहुंची तो उसे उस सेल्फ से निकाला गया। पटना पुलिस ने उसका वीडियो भी तैयार किया कि किस तरह वह सेल्फ में छिपकर रहा रहा था।

दुनिया की नजर में मार चुके थे घर वाले

पारस बिगहा नरसंहार के सरगना विनय कुमार सिंह के घर वाले भी काफी शातिर है। यहां तक कि उसके बेटे गौरव ने उसे दुनिया की नजर में मार ही दिया था। उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था। इसकी जानकारी सीनियर एसपी मनु महाराज ने दी। उन्होंने बताया की गौरव ने डीसीएलआर के यहां अर्जी दे चुका है। इन लोगों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए यह सारा खेल खेला था।

तीन दर्जन लोगों को मारा था

विनय सिंह ने पारसबिगहा नरसंहार में तीन दर्जन लोगों को मारा था। वर्ष क्980 में कमरे में बंद लोगों को अत्याधुनिक हथियार से मारने के बाद आग लगा दिया गया था। इस संबंध में जहानाबाद थाना में कांड संख्या 9/क्980 दर्ज की गई थी। सीनियर एसपी मुन महाराज ने बताया कि तीन महीने से इसके पीछे लगने के बाद पकड़ा गया है। कई स्तर पर पड़ताल करने के बाद वह हाथ आया है।