-शेल्टर होम को बंद करने के लिए 15 जुलाई को जारी हुआ था आदेश

-नाराज सीडब्ल्यूसी ने 22 अगस्त तक सभी बच्चों को कोर्ट में पेश करने के दिये आदेश

<-शेल्टर होम को बंद करने के लिए क्भ् जुलाई को जारी हुआ था आदेश

-नाराज सीडब्ल्यूसी ने ख्ख् अगस्त तक सभी बच्चों को कोर्ट में पेश करने के दिये आदेश

BAREILLYBAREILLY:

ओपन शेल्टर होम और महिला अल्पागृह को बंद करने का आदेश आए करीब एक माह से ज्यादा हो गये, लेकिन शेल्टर होम संचालक ने शेल्टर होम बंद नहीं किया। इतना ही नहीं बिना इजाजत के शेल्टर होम में बच्चों को भी रखे हुए है। महिला अल्पागृह में महिलाओं को भी रखा जा रहा है। मामले में लापरवाही को देखते हुए महिला एवं बाल कल्याण समिति के प्रभारी मजिस्ट्रेट ने शेल्टर होम में रह रहे बच्चों को ख्ख् अगस्त को कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं।

बंद करने को आ चुका है आदेश

ओपन शेल्टर होम और महिला अल्पागृह में लगातार लापरवाही और धांधली की न्यूज दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में पब्लिश होने के बाद विगत क्भ् जुलाई को महिला एवं बाल विकास ने इसे बंद करने के आदेश दे दिया था। इसके बाद भी शेल्टर होम में रह रहे बच्चों को न तो उनके परिजनों को सौंप रहे हैं और न दूसरे शेल्टर होम भेज रहे हैं, जिसके चलते शेल्टर होम बंद नहीं हो पा रहा है। जबकि इसी शेल्टर होम से कई बच्चे भी लापरवाही के चलते फरार हो गए थे। इस मामले में भी शेल्टर होम इंचार्ज के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।

कोर्ट में पेश करें बच्चे

तीन बच्चे शेल्टर होम में अभी भी ऐसे हैं जिनकी सीडब्ल्यूसी से अनुमति ही नहीं ली गई है। इस मामले को गंभीरता से लेते ही सीडब्ल्यूसी प्रभारी सदस्य ने एक पत्र शेल्टर होम इंचार्ज को भेजा है। जिसमें उन्होंने शेल्टर में रह रहे बच्चों को ख्ख् अगस्त को कोर्ट में पेश करने का सख्त आदेश दिया है। सीडब्ल्यूसी प्रभारी का कहना है कि जो बच्चे मां-बाप के पास जाना चाहते हैं उन्हें मां-बाप के पास भेज दिया जाएगा। जो नहीं जाना चाहते हैं उन्हें दूसरे डिस्ट्रिक्ट के शेल्टर होम में भेजा जाएगा। फिलहाल इस शेल्टर होम को खाली किया जाना है।

---------------

शेल्टर होम में रह रहे बच्चों को सीडब्ल्यूसी कोर्ट में पेश करने का आदेश भेजा है। कोर्ट में बच्चों को नहीं पेश करने पर कार्रवाई की जाएगी।

डीएन शर्मा, सीडब्ल्यूसी प्रभारी