एक साइट पर जारी हुआ शिक्षा मित्रों के मानदेय का फर्जी लेटर ह्वाट्सएप और फेसबुक पर हुआ वायरल

बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव ने ऑफिशियल लेटर जारी कर बताया आदेश को फर्जी

ALLAHABAD: शिक्षकों के लिए बेसिक शिक्षा परिषद से जारी होने वाले आदेश जारी करने वाली एक वेबसाइट से वायरल हुए एक फर्जी आदेश ने बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों के कान खड़े कर दिए। शाम होते-होते इस पर इतनी क्वैरी शुरू हो गई कि खुद बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिनहा को आदेश देकर सफाई देनी पड़ गई। उन्होंने इस लेटर को पूरी तरह से फर्जी बताया है और रिपोर्ट दर्ज कराने की भी बात कही है।

एफआईआर दर्ज कराने को दी तहरीर

बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में एक लाख 37 हजार शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन हुआ था। सुप्रीम कोर्ट बीते 25 जुलाई को समायोजन रद कर चुका है। इसके बाद से एक सप्ताह तक शिक्षामित्रों का प्रदेश में आंदोलन चला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आश्वासन पर शिक्षामित्रों ने एक अगस्त को आंदोलन स्थगित कर दिया। इधर, शासन स्तर पर शिक्षामित्रों के संबंध में मंथन चल रहा है। इसी बीच मंगलवार को किसी अराजकतत्व ने परिषद सचिव सिन्हा के हस्ताक्षर से फर्जी आदेश जारी कर दिया। यह फर्जी पत्र सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को संबोधित है। इसमें यहां तक लिख दिया गया है कि सात दिन में समायोजित शिक्षामित्र अपने पुराने विद्यालय में 17 हजार मानदेय पर कार्यभार ग्रहण नहीं करते तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी।

बीएसए न लें लेटर को नोटिस

परिषद सचिव का कथित पत्र कुछ ही देर में सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इस पर परिषद सचिव सिन्हा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी करके कहा है कि इसका संज्ञान न लिया जाए। शिक्षामित्रों के संबंध में अभी शासन स्तर पर मंथन हो रहा है, कोई अंतिम निर्णय हुआ ही नहीं है। परिषद सचिव ने स्थिति स्पष्ट करने के साथ ही इलाहाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तहरीर भी भेजी है, ताकि थाने में एफआइआर दर्ज करके अराजक तत्व पर प्रभावी कार्रवाई हो सके।

138000 प्रदेश भर में समायोजित शिक्षा मित्रों की संख्या

52000 को अभी नियुक्ति पत्र मिलना है बाकी

3600 शिक्षा मित्रों की संख्या इलाहाबाद में

3000 समायोजित हुए थे सहायक अध्यापक पद पर

हमें रिपोर्ट दर्ज करने के लिए अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। अफसरों का जैसा आदेश होगा, उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।

सुनील दुबे

इंस्पेक्टर, सिविल लाइन

लेटर पूरी तरह से फर्जी है। शिक्षा मित्रों के संबंध में अभी शासन स्तर पर विचार चल रहा है। शासन का निर्देश मिलने के बाद ही अधिकृत सूचना जारी की जाएगी। इसे कोई बीएसए नोटिस न ले।

संजय सिनहा

सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद