- मौत न होने तक की गई डंडों से पिटाई, पुलिस ने आरोपी दबोचा

- क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर का था आतंक, दर्ज हैं दो दर्जन से अधिक मुकदमे

टूंडला: रंगदारी मांगने और न देने पर महिला से छेड़छाड़ करने पर गुस्साए परिजन ने हिस्ट्रीशीटर को मौत के घाट उतार दिया। पहले गोली मारी और फिर लाठियों से बुरी तरह पीटा। मौत न होने तक उस पर प्रहार किए गए। मृतक शातिर किस्म का अपराधी था और उस पर संगीन धाराओं में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज बताए गए हैं। कई मामलों में पुलिस को उसकी तलाश भी थी।

थाना क्षेत्र अंतर्गत गांव अनवारा निवासी राकेश यादव पुत्र निरोत्तम सिंह शातिर किस्म का अपराधी था। उसकी थाने में हिस्ट्रीशीट भी खुली हुई है। पुलिस को उसकी कई मामलों में तलाश थी। गुरुवार दोपहर करीब डेढ़ बजे राकेश अपने साथी गीतम पुत्र अमृतलाल के साथ गांव के ही राजकुमार दिवाकर उर्फ राजू पुत्र बाबूलाल के घर पहुंच गया। राकेश ने राजकुमार से शराब के लिए रुपये मांगे। रुपये न मिलने पर वह गालीगलौज करते हुए जबरन राजकुमार के घर में घुस गया। आरोप है कि राकेश आंगन में नहा रही रेनू पत्नी रंजीत के साथ छेड़छाड़ करने लगा। विरोध पर राकेश ने परिजनों पर तमंचा तान दिया। तमंचा देख परिजन सकते में आ गए। अपने घर की इज्जत बर्बाद होते देख राजकुमार ने पास में रखे डंडा को उठा उसके सिर पर मार दिया। नतीजतन राकेश के हाथ से तमंचा जमीन पर गिर गया। इसके बाद राकेश जान बचाकर भागने लगा। राजकुमार ने पीछा करते हुए उसी के तमंचा से राकेश के सिर में गोली दाग दी, जिससे वह जमीन पर गिर गया। यह देख उसके साथी भाग गए। इसके बाद तो राजकुमार ने उस पर डंडों से कई प्रहार करते हुए चेहरा पूरी तरह विकृत कर दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सीओ प्रेमप्रकाश यादव पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और उसे जिला अस्पताल भेज दिया। यहां मृत घोषित करने के बाद शव पोस्टमार्टम कक्ष में रखवा दिया। घटना के बाद गांव में तनाव पैदा हो गया। अनहोनी से निपटने को बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पुलिस ने हत्यारोपी राजकुमार को भी हिरासत में लेते हुए हत्या में प्रयुक्त तमंचा व डंडा भी बरामद कर लिया है।

वह नहीं मारता तो वह नहीं छोड़ता

हत्या के आरोप में पकड़े गए राजकुमार का कहना था कि उसने घर की इज्जत पर हाथ डाला था। अगर वह न रोकता तो आज इज्जत बर्बाद हो गई होती। वहीं यदि वह उसे मौत के घाट नहीं उतारता तो वह उसे और उसके घर वालों को नहीं छोड़ता। एक माह बाद उनके पुत्र की शादी है, ऐसे में उसकी खुशियां भी छिन सकती थी।

यह कहते अधिकारी

सीओ प्रेमप्रकाश का कहना है कि मृतक शातिर किस्म का अपराधी है। पुलिस को भी मृतक की तलाश थी। मृतक के भाई सोनपाल, बारेलाल व रामचंद्र भी शातिर किस्म के अपराधी है। वह वर्तमान में जेल में हैं। बताया मृतक हिस्ट्रीशीटर राकेश यादव पर कोतवाली में ही हत्या, हत्या का प्रयास, चोरी, लूट, गैंगस्टर एक्ट समेत अन्य संगीन धाराओं में डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।

शातिर वसूल रहा रंगदारी, पुलिस को खबर नहीं

जिस शातिर की पुलिस को तलाश थी, और वह अपने ही गांव में धमकाकर चौथ वसूल रहा था, मगर पुलिस को इसकी भनक नहीं थी। जबकि गांव से चंद कदम की दूरी पर ही पुलिस चौकी है। ऐसे में पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। आखिर गांव में रहने वाले शातिर को पुलिस गिरफ्तार क्यों नहीं कर सकी।