छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : शहर का चर्चित अपहरण का एक मामला आखिरकार प्रेम प्रसंग का निकला। अपहरण का मामला 18 अगस्त को बारीडीह के रहनेवाले नागेंद्र कुमार ने मानगो थाना में दर्ज कराया था। मामला दर्ज होते ही मानगो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लड़का के पिता रविंद्र सिंह, मामा तथा बड़े पापा शैलेंद्र सिंह को जेल भेज दिया था। इस मामले में शुक्रवार को श्वेता सिंह ने अनुमंडल दंडाधिकारी के न्यायालय में 164 का बयान दिया। अपने बयान में श्वेता सिंह ने कहा कि वह अपनी मर्जी से रविंद्र सिंह के पुत्र अमित कुमार सिंह के साथ पुणे से लखनऊ जाकर आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली है।

जान को है खतरा

श्वेता सिंह ने कहा कि उसने इंटर कास्ट मैरिज की है, इसलिए उसे व उसके पति के अलावा ससुराल वालों को उनके पिता एमएम सिंह, चाचा नागेंद्र सिंह, भाई व परिवार के अन्य सदस्यों से जान का खतरा है। इसलिए वह पुलिस की सुरक्षा में अपने पति के साथ रहना चाहती है। युवती का बयान सुनने के बाद न्यायालय ने अनुसंधानकर्ता पुलिस अधिकारी मो अख्तर अली से लड़की को वहां ले जाने को कहा, जहां वह जाना चाहती है। इतना ही नहीं उसे पूरी सुरक्षा में ले जाने को भी कहा गया।

दादा श्वसुर के घर गई श्वेता

कोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस चौकस हो गई। पुलिस की पूरी सुरक्षा के बीच युवती को दादा ससुर ओंकारनाथ सिंह के घर ले जाया गया। लड़का के पक्ष के वकील में सीनियर वकील तापस मित्रा, केएम सिंह, प्रकाश झा, सुशील कुमार, प्रिया शर्मा व अनिल शामिल थे। वहीं दूसरे पक्ष के लाला अजित कुमार अंबष्ठ व पूर्व एपीपी जयप्रकाश ने बहस की।

फैमिली मेंबर्स की बातों पर नहीं दिया ध्यान

श्वेता सिंह के परिवार वाले को जैसे ही जानकारी मिली कि, वह कोर्ट में सरेंडर कर चुकी है। दर्जनों की संख्या में परिवार के लोग कोर्ट परिसर पहुंच गए। श्वेता की मां ने अपनी पुत्री को वापस घर चलने की काफी दुहाई दी, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुई। श्वेता की मां घंटो कोर्ट गेट के पास रही। दूसरी ओर जब न्यायालय ने श्वेता को ससुराल जाने का निर्देश जारी किया तो उसके चाचा नागेंद्र सिंह ने भी उससे घर जाने को कहा।