-मुजफ्फरनगर व हरिद्वार पुलिस के एक साथ छापेमारी की कार्रवाई

-छोपेमारी की कार्रवाई के बाद बदमाश छोड़ गए अपने ठिकाने

-सीमा क्षेत्र के गांवों में दिख रहा पुलिस की कार्रवाई का असर

ROORKEE (JNN) : हरिद्वार व मुजफ्फरनगर दोनों ओर से घेराबंदी तेज हो जाने से बदमाशों के सूत्रधारों तक में अफरा-तफरी मची है। कार्रवाई के डर से उनके मददगार भी भूमिगत होते जा रहे हैं। वहीं पुलिस बदमाशों के ठिकानों के खंगालने का काम जारी रखे हुए है।

तिहरे हत्याकांड के बाद हुई कार्रवाई

रुड़की में जेल गेट पर पांच अगस्त को हुए तिहरे हत्याकांड के बाद रुड़की, मंगलौर, झबरेड़ा, हरिद्वार व मुजफ्फरनगर पुलिस से बदमाशों पर शिकंजा कसने को इनके गुर्गो की धरपकड़ शुरू की है। मुजफ्फरनगर पुलिस हरिद्वार जिले में व हरिद्वार पुलिस व यहां की एसओजी मुजफ्फरनगर जिले में बदमाशों के संभावित ठिकानों पर छापे मार रही है, जिससे की बदमाशों के सूत्रधारों को बचने के लिए दोनों ही जिलों में सुरक्षित ठिकाने नहीं मिल पा रहे हैं। दरअसल, अब तक ऐसा होता रहा है कि यदि मुजफ्फरनगर पुलिस व एसओजी दबाव बनाती थी तो सूचीबद्ध बदमाश व उनके सूत्रधार हरिद्वार जिले के विभिन्न क्षेत्रों में आकर छिप जाते थे और यदि हरिद्वार पुलिस व एसओजी धरपकड़ तेज करती थी वह मुजफ्फरनगर जिले में जाकर पनाह ले लेते थे, लेकिन इस बार संयोग कहे या पुलिस की बदमाशों के खिलाफ साझा मुहिम माने।

जारी है छापेमारी की कार्रवाई

पिछले तीन दिन से हरिद्वार व मुजफ्फरनगर पुलिस बदमाशों के हर छोटे बड़े गुर्गे के ठिकानों को खंगालने में लगी है। लगातार छापामार कार्रवाई जारी है, जिससे कुख्यात के गुर्गे ही नहीं बल्कि सूत्रधार तक अपने ठिकाने छोड़ दिया है। एक साथ दोनों जिलों में तेज हुई पुलिस कार्रवाई से सफेदपोशों के भी होश उडे़ हुए हैं। उन्हें डर बना हुआ है कि कहीं कोई गुर्गा पुलिस के हत्थे न चढ़ जाए। पूछताछ में वह संरक्षणदाता के रुप में उसका नाम न खोल दे। इसीलिए उन सफेदपोशों की हालत कुछ ज्यादा ही पतली है जो भूमि कारोबार में बदमाशों का सहयोग लेते हैं। भू कारोबार में कुख्यातों की हिस्सेदारी रखने वाले भू व्यवसायी भी पुलिस कार्रवाई से घबराए हुए हैं। उन्हें अपने गलत कारोबार की पोल खुलने का डर बना हुआ है। सोमवार को भी रुड़की पुलिस व यहां की एसओजी ने सीमा क्षेत्र से सटे गांवों में छापे मारे। मुजफ्फरनगर की एसओजी भी छापामार कार्रवाई जारी रखे हुए हैं।

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इस तरह कसा जा रहा शिकंजा

-बदमाशों के संपर्क वाले सफेदपोशों की की निकलवाई जा रही कॉल डिटेल

-नंबरों पर बात होने की पुष्टि होते ही बनाया जाएंगे संबंधित मामलों में सह अभियुक्त

-सफेदपोश व संपर्क वाले भू व्यवसायी के यहां से की जाएगी लूट की रकम की रिकवरी

-बदमाशों के परिजनों व परिचितों पर भी कसा जाएगा शिकंजा

- बदमाशों की जमानत लेने के अभ्यस्तों को लंबे समय तक जेल भेजने के करे जा रहे इंतजाम

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अभी तो दोतरफा ही घेराबंदी शुरू की गई है। जल्द ही बदमाश को किरायेदार के रुप में अपने यहां रखने वाले मकान स्वामी पर भी बड़ी कार्रवाई होगी। कुछ नंबर सर्विलांस पर लगे हैं। सूचना आते ही धरपकड़ तेज होगी। सीमा क्षेत्र के गांव में बदमाशों को पनाह देने वालों के नाम सामने आने पर उन्हें जेल भेजा जाएगा।

-जीबी पांडे, सीओ मंगलौर