- सक्षम प्रोजेक्ट के तहत रेलवे कर्मचारी सीख रहे सुरक्षा और संरक्षा का पाठ

BAREILLY:

रेलवे ट्रैक पर होने वाले हादसों के मद्देनजर रखते हुए अधिकारियों ने मानवीय चूक खत्म करने की कोशिश करना शुरू कर दी है। इसके लिए रेलवे के संरक्षा विभाग के मंडलीय अधिकारियों ने बरेली जंक्शन पर मंडे को रेल कर्मियों को संरक्षा पाठ पढ़ाया। एसएस ओपी मीना के ऑफिस में मंडल के संरक्षा विभाग के टीआई वाईके सिंह ने संरक्षा से जुड़े रेल कर्मियों को बताया कि सिग्नल खराब होन की स्थिति में ट्रेनें कॉशन पर गुजारनी चाहिए। क्योंकि, कई बार मरम्मत के लिए ब्लॉक मांगा जाता है, तो नहीं मिल पाती है। दूसरी तरफ यात्रियों की सुरक्षा के लिए मरम्मत की आवश्यकता भी होती है। ऐसे में छोटे काम बिना ब्लॉक लिए कॉशन लगाकर निपटाए जाते हैं।

मानवीय चूक को रोका जा सकता है

वाईके सिंह ने बताया कि यदि, ब्लॉक मिल भी जाएगा तो सिग्नल न मिलने के कारण ट्रेनें आगे बढे़गी ही नहीं और मरम्मत करने वाला कर्मचारी भी सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा शंटिंग के दौरान बेहद सतर्कता बरते जाने की बात कही। जिससे कि मानवीय चूकों को पूरी तरह से रोका जा सके। इस मौके पर स्टेशन अधीक्षक ओपी मीना के साथ तमाम रेलवे कर्मी मौजूद रहे।

24 मार्च तक चलेगा कार्यक्रम

रेल मंत्री के प्रोजेक्ट सक्षम के अंतर्गत बरेली जंक्शन में 19 से 24 मार्च तक रेल कर्मियों को संरक्षा का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसमें बरेली से शाहजहांपुर और चंदौसी के करीब 500 रेल कर्मी प्रतिभाग करेंगे।