GORAKHPUR: मानदेय के विरोध में शिक्षामित्रों का धरना-प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी रहा। तीसरे दिन बीएसए कार्यालय पर धरना दे रहे शिक्षामित्रों ने अचानक 3 बजे कार्यालय के मेन गेट पर ताला लगा दिया और फिर धरना स्थल पर बैठ गए। शाम पांच बजे धरना समाप्त होने के बाद गेट का ताला खोला गया। इस दौरान कार्यालय के अंदर बैठे कर्मचारी व अधिकारी दो घंटे तक फंसे रहे।

सम्मानजनक वेतन चाहिए

शिक्षामित्र संयुक्त मोर्चा के जिलाध्यक्ष गदाधर दुबे व अजय सिंह ने कहा कि 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षामित्र सड़क पर आ गए हैं। शिक्षामित्रों को 10 हजार मानदेय मान्य नहीं है। प्रदेश सरकार जब तक शिक्षामित्रों को सम्मानजनक अधिकार नहीं देती है तब तक यह धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। इस अवसर पर रंजना मिश्रा, सुनीता गुप्ता, कंचन त्रिपाठी, शशिकला, ममता, साधना, पूनम, रंजू, रीना सिंह, सबिता साधना, अनीता मीना, संगीता सिंह, ऊषा सिंह, चंपा गुप्ता, जानकी देवी शबीहा, शकुंतला देवी, मीना गौतम, नीलम गोड़, अमलावती, सुनीता पाल, मनोज यादव, दिग्विजय दूबे, संजय यादव, अखंड प्रताप, सुशील सिंह, संजीव सिंह, जनार्दन कुशवाहा, बेचन सिंह, अमित राय, अतुल राय, केदार, सुनील शर्मा, संदीप संदीप, बृजभूसन सैनी, शामिल, रामकेशर, हरेन्द्र, जितेंद्र, प्रभुनाथ, कुंवर सेन मल आदि मौजूद रहे।