वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी के अनुरोध को किया स्वीकार

बीएचयू में हुआ प्रख्यात ओडिसी डांसर का सम्मान

VARANASI

प्रख्यात ओडिसी डांसर सोनल मानसिंह का सोमवार को बीएचयू के पं। ओंकार नाथ ठाकुर आडिटोरियम में सम्मान किया गया। वीसी प्रो। गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने उन्हें अभिनन्दन पत्र पुष्प गुच्छ, अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस अवसर पर वीसी ने उन्हें बीएचयू में विजिटिंग प्रोफेसर का दायित्व निभाने का आग्रह किया जिसे उन्होंने भावुक मन से स्वीकार कर लिया।

पद्मविभूषण से अधिक खुशी मिली

सोनल मान सिंह ने कहा कि बीएचयू जैसा प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय दुनिया में कही नही है। मुझे पूर्व में भारत सरकार द्वारा दिए गए सम्मान पदमविभूषण से भी अधिक खुशी है, क्योकि महामना की तपस्थली बीएचयू के वीसी ने उन्हें सम्मानित किया है। उन्होंने बताया कि क्9भ्0 के दशक में मैं अपनी माताजी के साथ बीएचयू के डायमण्ड जुबली में कार्यक्रम प्रस्तुत करने हेतु यहां आयी थी। अध्यक्षता करते हुए वीसी प्रो। त्रिपाठी ने कहा कि भारत की श्रेष्ठ परंपराओं में सम्मान की परंपरा अपना विशेष स्थान रखती है। इस देश ने सम्मान उन्ही लोगों का किया है जिसने समाज का कुछ दिया है। उन्होंने बीएचयू के शताब्दी वर्ष के अवसर पर सोनल मानसिंह का कार्यक्रम प्रस्तुत करने का आग्रह किया। संगीत एवं मंच कला संकाय की प्रो। संगीता पण्डित ने सोनल मानसिंह का संक्षिप्त जीवन परिचय दिया। संगीत शास्त्र के प्रोफेसर शिवराम शर्मा ने अभिनन्दन पत्र का वाचन किया।

सोनी को भी किया सम्मानित

इस अवसर पर कथक में विश्व रिकार्ड बनाने वाली सोनी चैरसिया तथा राजेश डोंगरा को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम भेंट कर सम्मानित किया गया। डॉ विधि नागर ने सोनी चैरसिया के संक्षिप्त जीवनवृत्त का वाचन करते हुए उनकी उपलब्धियों को रेखांकित किया। संगीत एवं मंच कला संकाय प्रमुख प्रो विरेन्द्र नाथ मिश्र ने स्वागत उद्बोधन किया। कार्यक्रम का संचालन संगीता पण्डित तथा धन्यवाद ज्ञापन शताब्दी वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन समिति की चेयरमैन प्रो। शारदा वेलंकर ने दिया। सम्मान समारोह में डॉ। केए चंचल, डॉ। ज्ञानेश चन्द्र पाण्डेय, प्रो। के शशि कुमार, प्रो राजेश शाह तथा संयोजक प्रो पीसी होम्बल आदि ने विशेष भूमिका निभाई। इस अवसर पर कार्यकारिणी परिषद सदस्य प्रो। धनन्जय पाण्डेय, प्रो। चितरंजन ज्योतिषी, प्रो कमलेश दत्त त्रिपाठी, रजिस्ट्रार डॉ केपी उपाध्याय, अभय कुमार ठाकुर, डीन ऑफ स्टूडेंट्स प्रो एमके सिंह आदि उपस्थित थे।