1- कैल्कुलेटर वॉच: आज हमारे स्मार्टफोन में हम बड़ी आसानी से डिजिटल कैल्कुलेटर का इस्तेमाल कर लेते हैं, लेकिन साल 1990 के आसपास लोगों में इस घड़ी को लेकर बड़ी दीवानगी थी। हालांकि एग्जाम के दौरान इन घडि़यों को क्लास में ले जाने की मनाई थी, फिर भी स्कूल और कॉलेज स्टूडेंट्स तो इस कैल्कुलेटर वॉच के लिए पूरी तरह क्रेजी थे। अब तो ज्यादातर लोग इन्हें पूछते क्या, शायद जानते भी नहीं हैं।

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2- वीडियो गेम्स का वादशाह - सोनी प्लेस्टेशन: वो एक दौर था जब साल 1995 के आसपास जापान की कंपनी सोनी ने अपना पहला वीडियो गेम कंसोल लॉन्च किया था। उस वक्त के हिसाब से इस प्लेस्टेशन की कीमत बहुत ज्यादा थी। लोग इसे खरीद नहीं पाते थे, तो वीडियो गेम्स पार्लर में जाकर कुछ रुपए देकर 10 या 15 मिनट ही खेल पाते थे। 'बाइक सिटी' और 'सैन ऐंड्रूज' जैसे गेम्स उस वक्त बच्चों के दिल दिमाग पर हावी रहते थे।

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3- हैंड हेल्ड ब्रिक गेम: 1990 से लेकर बाद के सालों में यह बेहद पॉपुलर टाइमपास गेम था। हाथों में पकड़कर खेले जाने वाले इस गेम प्लेयर में ऊपर ही तरफ कैल्कुलेटर जैसी ब्लैक एंड व्हाइट छोटी स्क्रीन लगी होती थी और नीचे लेफ्ट राइट जाने या ऑप्शन के लिए बटन लगे होते थे। दो पेंसिल सेल्स की मदद से यह गेम कई दिनों तक आराम से चलता था। बच्चों से लेकर युवा तक गेम से आने वाली टींटीं आवाजों के बीच घंटो इसमें जुटे रहते थे।

 

4- वॉकमैन: सोनी कंपनी द्वारा बनाया गया यह पोर्टेबल ऑडियो कैसेट प्लेयर साल 1990 से 2000 के बीच एक नए स्टेट्स सिंबल के रूप में सामने आया था। भले ही यह इतना सस्ता नहीं था, लेकिन फिल्मी संगीम के शौकीन लोग इस प्लेयर को अपनी कमर या बेल्ट पर टांगकर शान से घूमते थे और कान में इसका ईयरफोन लगाकर म्यूजिक का मजा लेते थे।

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5- कैसेट वाले वीडियोगेम्स: 1990 के आसपास सोनी प्लेस्टेशन के लॉन्च के कुछ दिनों उसके सस्ते वेरियेंट के रूप में कैसेट वाले कई वीडियो गेम्स बाजार में छा गए थे। बटन वाले छोटे गेम कंट्रोलर से मारियो, डक हंट और कॉन्ट्रा जैसे गेम्स खेलने के लिए मोहल्लों की दुकानों में बच्चे लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार करते थे।

 

6- वॉकी टॉकी: आज तो बच्चों के हाथों में भी स्मार्टफोन आ गया है, लेकिन अब से 20 या 25 साल पहले यह वॉकी टॉकी गेम फोन पर बात करने की बच्चों की तमन्ना पूरी करने का अहम साधन था। जब तक बैटरी खत्म न हो जाए, तक बच्चे इस वॉकी टॉकी को कान में लगाए ओवर एंड आउट बोल बोलकर कॉलिंग का मजा लिया करते थे।

अब तो जमाना बदल चुका है, सिर्फ एक स्मार्टफोन से हम इन सभी पॉपुलर गैजेटे्स का All in One मजा ले सकते हैं।


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