-पिछले महीने सीएस ने 10 अगस्त तक सिस्टम शुरू करने का किया था दावा

-विभिन्न विभागों में को-ऑर्डिनेशन का अभाव

-अगस्त खत्म हो रहा, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं दिख रहा

>RANCHI: पिछले महीने मुख्य सचिव राजीव गौबा ने कहा था कि क्0 अगस्त तक झारखंड में हर हाल में सिंगल विंडो सिस्टम शुरू हो जाएगा। लेकिन क्0 अगस्त तो दूर अब तो यह महीना ही खत्म होने को आया। इसके बावजूद सिंगल विंडो सिस्टम शुरू होने की कोई सुगबुगाहट भी नहीं है।

विभागों में को-ऑर्डिनेशन नहीं

सिंगल विंडो सिस्टम में रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट, प्रदूषण बोर्ड, बिजली विभाग, लेबर डिपार्टमेंट जैसे कई विभागों के बीच को-आर्डिनेशन होना है, ताकि इनवेस्टर को कहीं भटकना नहीं पड़े। एक ही जगह से उनका सारा काम हो जाए। लेकिन कई विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। किसी विभाग में नोडल अधिकारी भी नियुक्त नहीं किए गए हैं।

इनवेस्टर को न हो परेशानी

झारखंड में इनवेस्टर्स के लिए बेहतर माहौल बनाने को सरकार सिंगल विंडो सिस्टम तैयार कर रही है। ताकि यहां इनवेस्ट करने वालों को विभिन्न परेशानियों से जूझना न पड़े।

नोडल एजेंसी है उद्योग विभाग

उद्योग विभाग द्वारा सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इस पोर्टल के जरिए ही इंडस्ट्रीयलिस्ट उद्योग लगाने के लिए आवेदन दे सकेंगे। उनके एक ही आवेदन पर सारा काम हो जाएगा। उद्योग विभाग नोडल विभाग के रूप में दूसरे विभागों के बीच सामंजस्य बैठाकर काम करेगा।

क्या है सिंगल विंडो सिस्टम

राज्य सरकार बाहरी उद्यमियों को झारखंड में बिजनेस करने में परेशानी नहीं होने देना चाहती है। इसलिए सिंगल विंडो सिस्टम को वेब बेस्ड करने जा रही है। इसके लिए एक वेबसाइट बनाई जा रही है। जहां इंडस्ट्रीयलिस्ट एक फार्म भरेंगे, जिसे कॉमन एप्लीकेशन माना जाएगा। इसमें निवेशक अपनी जरूरतों का डिटेल्स भरेंगे। इसके बाद इंडस्ट्रीयलिस्ट का विभिन्न काम खुद ब खुद होता चला जाएगा। उनको ऑफिस -ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होगी।

ये होंगे फायदे

सिंगल विंडो सिस्टम लागू हो जाने के बाद इनवेस्टर को पॉल्युशन सर्टिफिकेट, बिजली कनेक्शन, वाटर कनेक्शन या अन्य किसी भी काम के लिए ऑफिस टू ऑफिस नहीं करना पड़ेगा। सभी विभाग को इस पोर्टल के साथ लिंक किया जाएगा। जहां से उनका सारा काम हो जाएगा।

वर्जन

सिंगल विंडो सिस्टम का काम पूरा हो गया है। उद्योग विभाग द्वारा सारी तैयारी कर ली गई है। दूसरे विभागों को भी इसमें जुड़ना है, वो काम होने के बाद ही सिंगल विंडो सिस्टम पूरे झारखंड में लागू हो जाएगा।

-माधव शरण सिंह, उप निदेशक, उद्योग विभाग झारखंड