-यूपी बोर्ड की कॉपियों में कोई दे रहा प्यार का वास्ता, तो कोई दे रहा पिता के प्यार की दुहाई

-कॉपियों में दस से लेकर सौ तक के मिल रहे नोट

ALLAHABAD: बोर्ड परीक्षा में बेहतर अंक हासिल करने की चाहत सभी स्टूडेंट्स की होती है। इसके लिए वे दिन-रात मेहनत भी करते हैं। लेकिन बोर्ड परीक्षा की कॉपी में प्रेम की दास्तान लिखकर पास करने की गुजारिश का मामला कम ही देखने को मिलता है। इस बार कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों में स्टूडेंट्स प्रेम कहानी लिखकर पास करने की गुहार लगा रहे हैं।

आई लव माई

सिटी के एक मूल्यांकन केन्द्र पर परीक्षक को मिली एक ऐसी ही कॉपी में स्टूडेंट ने अपनी प्रेम कथा लिखने के साथ लिखा है आई लव माईइसके बाद कॉपी में नीचे नोट लिखा है कि सर हाईस्कूल तक पढ़ने में बहुत अच्छा था। प्यार में इस बार पढ़ाई नहीं हो पाई है। इसलिए प्लीज मुझे पास करे दीजिए। एक कॉपी के अंदर तो छात्र ने पास करने की गुजारिश करते हुए पूरी शायरी लिख दी है। छात्र ने प्रश्न संख्या लिखने के बाद लिखा है कि चिट्ठी चिट्ठी जा सर के पास, सर की है मर्जी फेल करें या पास, गुरु जी को कॉपी खोलने से पहले मेरा नमस्कार, गुरु जी इस बार जरूर कर दीजिएगा पास।

पूरे घर की जिम्मेदारी है, पास कर दें

एक स्टूडेंट्स ने प्रश्नों के उत्तर के बजाए एक करुण विनती की है। उसने लिखा है कि मेरे पिता की मौत हो गई है। भाई बहनों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है। आप से निवेदन है कि मुझ गरीब को भी पास कर दें। हम गरीब की दुआएं आपको मिलेंगी। एक अन्य छात्र ने उत्तर पुस्तिका में लिखा है कि सर मेरी मां नहीं है, फेल हुआ तो पिताजी मार डालेंगे, इसलिए पास कर दें। कई ऐसी कॉपियां भी मिल रही हैं, जिनमें आंसर की जगह, दस से लेकर सौ तक के नोट रखे गए हैं।

ऐसी-ऐसी गुहार

1. सर मेरी मां नहीं है, फेल हुआ तो पिताजी मार डालेंगे, इसलिए पास कर दें।

2. मेरे पिता की मौत हो गई है। भाई बहनों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है। आप से निवेदन है कि मुझ गरीब को भी पास कर दें। हम गरीब की दुआएं आपको मिलेंगी।

3. चिट्ठी चिट्ठी जा सर के पास, सर की है मर्जी फेल करें या पास

गुरुजी को कॉपी खोलने से पहले मेरा नमस्कार, गुरु जी इस बार जरूर कर दीजिएगा पास

4. सर हाईस्कूल तक पढ़ने में बहुत अच्छा था। प्यार में इस बार पढ़ाई नहीं हो पाई है। इसलिए प्लीज मुझे पास करे दीजिए।