- 14 साल तक प्रिंसिपल पद पर रहने के बाद सिस्टर डॉरिस डिसूजा हुई रिटायर्ड

-डॉ सिस्टर मैरी जेस्सी बनीं कॉलेज की नई प्रिंसिपल

PATNA: पटना वीमेंस कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ सिस्टर डॉरिस डिसूजा शुक्रवार को प्रिंसिपल पद से रिटायर्ड हो गयीं। इस अवसर पर मल्टीपरपस हॉल में थैंक्स गिविंग सेरेमनी का आयोजन किया। इस दौरान मंच संचालन प्रो शेफाली रॉय ने किया।

स्टेज पर स्कूटी से पहुंची डिसूजा

स्टेट पर कॉलेज की एक स्टूडेंट ने प्रिसिंपल डॉ सिस्टर डॉरिस डिसूजा की मिमिकरी प्रस्तुत कर विदाई समारोह के दौरान खूब मनोरंजन किया। प्रिंसिपल डिसूजा की तरह ड्रेस पहने, साइड में कैरी बैग के साथ स्कूटी हुड़-हुड़ करते हुए स्टेज पर पहुंची। कैंपस में इन करते ही साइड में खड़ी ग‌र्ल्स को उसी स्टाइल में रोकना-टोकना, कैंपस के प्लांट ट्री का देखभाल करने एक्टिंग ऐसे प्रस्तुत किया जैसे मानो व रीयल में स्टेज पर हों। इस दौरान प्रिंसिल डॉरिस ने भी मिमिकरी को देखकर अपनी मुस्कान छुपा नहीं पायी।

सबके सहयोग को कॉलेज बना ए-ग्रेड

प्रोग्राम को संबोधित करती हुई डॉ डारिस डिसूजा ने कहा भ् जुलाई क्988 को कॉलेज के जूलॉजी डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में योगदान दिया। दो साल तक मैं लगातार परेशान रही। मैं बिहार छोड़ना चाह रही थी, तब तक मैं अपने लिए जीवन जी रही थी। इसके बाद मैंने लोगों के लिए जीवन जीने का फैसला किया। इसके बाद बिहार अपना सा लगने लगा। कॉलेज में साइंस डिपार्टमेंट की हेड, प्रिंसिपल के रूप में आज तक काम का बहुत अच्छा अनुभव रहा। इन सबके बल पर कॉलेज सेंटर फॉर एक्सीलेंस बन पाया। कॉलेज को नैक की ओर से ए ग्रेड मिला।

मैं टीम वर्क में विश्वास रखती हूं। मेरा मानना है कि कोई पर्सन अकेले कुछ नहीं कर सकता। इसके लिए सबों को टीम स्प्रिट के साथ लगातार वर्क करना होगा। इसके लिए हमें स्टूडेंट्स, टीचर्स एवं नन टीचिंग स्टॉफ का सहयोग आवश्यक है। डॉ सिस्टर डारिस डिसूजा के नीतियां पर चलकर कैंपस को और बेहतर बनाया जाएगा।

-डॉ सिस्टर मैरी जेस्सी, प्रिंसिपल, पीडब्ल्यूसी

हार्ड पॉलिसी व क्विक डिसीजन गुड गवर्नेस के लिए जरूरी है। डिसीजन को बिना टाइम गवाएं, इफैक्टिव रूप से जमीन पर लागू करना व मॉनिटिरिंग आवश्यक है। इसके अलावा सबका सपोर्ट भी जरूरी है। इसी के बल पर आज पटना वीमेंस कॉलेज यहां तक पहुंच पाया है।

डॉ सिस्टर डारिस डिसूजा, एक्स प्रिंसिपल, पीडब्ल्यूसी