- खेरागढ़ में एक, तो सीकरी में दो मांस की दुकानें सीज

आगरा। नई सरकार की मंशा के मुताबिक अधिकारियों ने काम करना शुरू कर दिया है। उन पुराने आदेशों पर भी अमल किया जा रहा है, जो दो साल से कागजों में धूल खा रहे हैं। मंगलवार को जिलाधिकारी ने जनपदभर में बूचड़खानों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। इसको अमल में लाते हुए एसडीएम खेरागढ़ ने मीट की एक दुकान तो तहसील किरावली के सीकरी में एसडीएम ने दो मीट की दुकानों को सीज किया।

शहर में भी धड़ाधड़ कार्रवाई

नगर निगम क्षेत्र में अवैध बूचड़खानों पर प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। नगर निगम सहित प्रशासनिक टीम ने मंगलवार को बूचड़खानों का निरीक्षण किया। इस दौरान पहले से बंद तीन बूचड़खानों का मौके पर जाकर जायजा लिया। इतना ही नहीं सड़कों पर खुली मांस की दुकानों पर भी कार्रवाई की गई। टीम को देखते हुए दुकानदार भाग खड़े हुए। नगर निगम के वेटनरी अधिकारी के अनुसार शहर में तीन अवैध कत्लखाने थे, जो पहले से बंद हैं। उनकी भी जांच की गई है। इसके साथ ही खुले में मांस बेचने वाली अवैध दुकानों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी।

181 दुकानों का नवीनीकरण

नगर निगम में पिछले साल 239 मांस दुकानों का रजिस्ट्रेशन था। इस वर्ष 181 दुकानों ने ही नवीनीकरण कराया है। वहीं, शहर में दो बूचड़खाने रजिस्टर्ड हैं। जिनमें से एक नगर निगम का है, तो दूसरा एक प्राइवेट व्यक्ति का है। इनके अलावा जो भी स्लॉटर हाउस संचालित हैं, वे अवैध हैं। जो मान्य स्टॉलर हाउस हैं, उनमें पशुओं का मेडिकल चेकअप कराया जाएगा। बीमार या फिर अन्य परेशानी होने पर पशु वध नहीं किया जा सकेगा। इसका सख्ती के साथ पालन कराए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। अवैध रूप से संचालित सभी स्लॉटर हाउसों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने के निर्देश जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम और एसीएम को निर्देश दिए हैं।

खेरागढ़ में मीट की दुकान सील

एसडीएम खेरागढ़ श्यामलता आनंद ने मीट की दुकानों के विरुद्ध अभियान चला कर कार्रवाई की। कार्रवाई की सूचना पर कई दुकानदार भाग निकले। गोवंश की हत्या की सूचना पर भी कई जगह छापेमारी की गई, लेकिन मौके पर कुछ नहीं मिला। इस दौरान कागारौल में एक दुकान को उन्होंने सील किया।

गोपनीय कराई जाएगी जानकारी

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम किरावली निधि गुप्ता ने मीट की दुकान और स्लॉटर हाउस के विरुद्ध अभियान चलाया। कई दुकानों को बंद करा दिया गया। उन्होंने सभी लेखपालों को निर्देश दिए हैं कि गोपनीय तरीके से मीट की दुकान संचालित कराने वालों को चिह्नित करें, जिससे उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। छापेमारी की जानकारी होते ही अक्सर मीट की दुकान संचालित करने वाले भाग खडे़ होते हैं। ऐसे मीट की दुकानदारों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की योजना तैयार की गई है। वहीं एसओ अछेनरा को भी निर्देश दिए गए हैं। वे सख्ती के साथ मीट की दुकान संचालित करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें।