एक किलो वेट भी नहीं हुआ लूज
धुर्वा की रहनेवाली सरिता सिंह सिटी के ऑफिस में काम करती हैं। चार महीने पहले सरिता को लगा कि उनका वेट कुछ अधिक है। उन्हें स्लिम होना चाहिए। इसके लिए सरिता सिंह ने नेट पर स्लिमिंग सेंटर के बारे में जानकारी खंगालना शुरू किया। इस दौरान उन्हें सिटी के एक स्लिमिंग सेंटर के बारे में एक पता चला। सरिता सिंह उस स्लिमिंग में जानकारी लेने के लिए पहुंची। उस स्लिमिंग सेंटर के संचालक ने उन्हें बताया कि वह उनके यहां के तीन महीने का स्लिमिंग कोर्स ज्वाइन करें और उनका वेट 10 केजी कम हो जाएगा। इसके  लिए उन्हें 42 हजार 700 रुपए लगेंगे।

ट्रायल में ही घटा आधा किलो वेट
सरिता सिंह का कहना है कि स्लिमिंग सेंटर के संचालक ने शुरू में ट्रायल सेशन के नाम पर एक घंटे तक मशीन से स्लिमिंग ट्रीटमेंट दिया। इस दौरान सबसे पहले उनका वेट किया गया। उनका वेट 66 केजी निकला। इसके बाद  एक घंटे के ट्रीटमेंट के बाद जब उनका वेट किया गया तो वेट आधा किलो कम निकला। इससे सरिता उत्साहित हो गईं.  इसके बाद सरिता ने तीन महीने का यहां कोर्स ज्वाइन कर लिया। फिर एक सप्ताह बाद जब वेट चेक किया तो बहुत कम अंदर दिखा। इसेे लेकर जब उन्होंने स्लिमिंग सेंटर से बात की, तो बताया गया कि वह टेंशन नहीं लें। तीन महीने बाद उनका वेट 10 केजी लूज हो जाएगा। भरोसा करके सरिता सिंह ने तीन महीने का स्लिमिंग कोर्स पूरा किया। लेकिन जब उनके वेट में कोई अंतर नहीं आया, तो उन्होंने सेंटर से बात की।

वादे से मुकरा स्लिमिंग सेंटर
सरिता का कहना है कि सेंटर ने इसकी गारंटी दी थी कि अगर उनका वेट कम नहीं हुआ, तो उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा। लेकिन जब वेट नहीं कम होने पर सरिता ने पैसा वापस मांगा तो स्लिमिंग सेंटर अपनी बात से मुकर गया। जिसके नतीजे में सरिता सिंह ने कंज्यूमर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। फ्राइडे को इस केस की सुनवाई की जाएगी।