- एप की मदद से एफआईआर-इमरजेंसी सेवाओं का भी लाभ ले सकेंगे

- अगले माह से मिलेगी एप की सुविधा, स्मार्ट सिटी के लिए ऑफिस भी बन रहा

LUCKNOWबस कुछ समय का इंतजार, फिर आपको पानी-बिजली की समस्याएं दर्ज कराने के लिए संबंधित विभागों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इसकी वजह यह है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक एप क्रिएट किया जा रहा है, जिसकी मदद से कोई भी व्यक्ति एफआईआर दर्ज कराने के साथ-साथ इमरजेंसी सुविधाओं का भी लाभ ले सकेगा। संभावना है कि शहर की जनता को अगले माह से एप की सुविधा मिलने लगेगी। इसके साथ ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्मार्ट ऑफिस भी तैयार कराया जा रहा है।

एप एक सुविधाएं अनेक

एप से जुड़ी सुविधाओं की बात की जाए तो इसके माध्यम से मेट्रो के संबंध में भी जानकारी मिलेगी। वहीं इसकी मदद से एलडीए से जुड़ी शिकायतें भी दर्ज कराई जा सकेंगी। खास बात यह है कि इस एप के आने से मोबाइल पर अलग-अलग एप डाउनलोड नहीं करने होंगे।

अप्रैल में लांच करने की तैयारी

अगले सात दिन के अंदर यह ऐप तैयार होकर परीक्षण के लिए नगर निगम के पास आ जाएगा और इसे अगले महीने तक ट्रायल के बाद खामियों को दूर कर अप्रैल में लांच किया जा सकता है।

यहां बन रहा ऑफिस

बीएन रोड पर लालबाग ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज के सामने स्मार्ट सिटी का ऑफिस तैयार हो रहा है। इसके पूरे होने 7 से 8 महीने का समय लग सकता है। निगम ने इसके निर्माण के लिए टेंडर मांगे हैं, जो की 3 अप्रैल को खोले जाएंगे। इस कार्यालय के ग्राउंड फ्लोर पर स्वच्छ भारत मिशन का कार्यालय और पहली मंजिल पर स्मार्ट सिटी का ऑफिस होगा।

ये होंगी सुविधाएं

- ऑनलाइन एफआईआर

- इमरजेंसी सर्विस 108 और 102

- नगर निगम से संबंधित ऑनलाइन शिकायतें

- बिजली विभाग से संबंधित शिकायतें

- ड्राइविंग लाइसेंस अप्लाई करने की सुविधा

- एंटी भू माफिया पोर्टल

- अस्पतालों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

- मेट्रो की ऑनलाइन सुविधा

- एलडीए से संबंधित सुविधाएं

जलकल, आवास विकास संबंधित सुविधाएं

 

वर्जन

स्मार्ट एप के आने से लोगों को खासी सुविधाएं मिलेंगी। हमारा प्रयास यही है कि एक अप्रैल तक एप को लांच कर दिया जाए।

एसके जैन, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्मार्ट सिटी