- टेंडर में सिर्फ एक कंपनी हुई शामिल, फिर निकाला गया टेंडर

- स्मार्ट सिटी के तहत तैयार किए जाने हैं 50 स्मार्ट बस शेल्टर

LUCKNOW: उम्मीद थी कि शहरवासियों को जल्द से जल्द स्मार्ट बस शेल्टर की सुविधा मिलेगी, लेकिन गुजरते वक्त के साथ यह सुविधा कागजों में सिमटती नजर आ रही है। इसकी वजह यह है कि जो कंपनी स्मार्ट बस शेल्टर की जिम्मेदारी संभालेगी, उसे करीब दस लाख रुपये जमानत राशि जमा करनी होगी। जिसकी वजह से कंपनियां आगे नहीं आ रही हैं।

सिर्फ एक कंपनी आई

जानकारी के अनुसार, स्मार्ट बस शेल्टर के लिए निगम की ओर से टेंडर निकाला गया था। स्थिति यह रही कि सिर्फ एक कंपनी ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया। इस स्थिति के सामने आने के बाद निगम की ओर से दोबारा टेंडर निकाला गया है। हालांकि अभी भी उम्मीद कम है कि दोबारा भी कई कंपनियां सामने आएंगी।

हर जिम्मेदारी कंपनी की

स्मार्ट बस शेल्टर की जिम्मेदारी संभालने वाली कंपनी को कई अन्य जिम्मेदारियां भी उठानी होंगी। जिसमें टॉयलेट के निर्माण के साथ-साथ सिंगल वेंडिंग जोन का निर्माण भी शामिल है। शेल्टर के निर्माण के लिए निगम की ओर से सिर्फ जमीन दी जाएगी, इसके बाद सारा वहन कंपनी को ही करना होगा। ऐसी स्थिति के कारण भी कंपनियां आगे आने से बच रही हैं।

बनाए जाने हैं 50 शेल्टर

स्मार्ट सिटी के तहत शहर में करीब 50 स्मार्ट बस शेल्टर का निर्माण कराया जाना है। अभी तक सिर्फ एक शेल्टर का ही निर्माण हो सका है। यह शेल्टर हजरतगंज चौराहे के पास स्थिति है। हालांकि यह शेल्टर भी अभी तक शतप्रतिशत पूर्ण नहीं है।

वर्जन

स्मार्ट बस शेल्टर के लिए टेंडर निकाला गया था। जिसमें सिर्फ एक कंपनी ही आई। इसकी वजह से अब दोबारा से टेंडर निकाला गया है।

एसके जैन, जीएम, स्मार्ट सिटी