- नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए हुए सुस्त
-प्रचार-प्रसार में कमी से पिछड़ रहा है बनारस, कंसल्टेंट कंपनी के पास मैन पावर की है कमी
VARANASI
स्मार्ट सिटी की टॉप-ख्0 लिस्ट में बनारस का शामिल हो पाना काफी कठिन दिख रहा है। इस प्रोजेक्ट के लिए जो तेजी होनी चाहिए वो नहीं है। ऑनलाइन सुझाव देने की तारीख तो बढ़ायी गयी है लेकिन इस प्रोजेक्ट के प्रचार-प्रसार की चाल सुस्त हो गयी है। निगम के अधिकारी भी सुस्ती का शिकार हो गये है। जिसका नुकसान बनारस को हो रहा है। स्मार्ट सिटी के फर्स्ट फेज में ख्0 शहरों का चयन किया जाएगा। इसके लिए बनारस जूझ रहा है।
नगर निगम के आलाधिकारी स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार की बैठक से लौटने के बाद भी जनता को यह नहीं बता पा रहे है कि प्रोजेक्ट में क्या होगा। जनता भी यह नहीं जान पायी है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में सरकार करेगी क्या?
ऑनलाइन में भी सुस्त बनारस
ऑनलाइन सुझाव के क्रम में भी बनारस सुस्त है। इसका कारण स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के प्रचार-प्रसार में पिछले दिनों आयी कमी, नगर निगम के अधिकारियों की सुस्ती और प्रोजेक्ट पर काम कर रही जयपुर की कंपनी एनके बिल्डकॉन के पास मैन पावर की कमी बतायी जा रही है। ऑनलाइन सुझाव देने की तारीख भी क्भ् से बढ़ाकर फ्0 नवंबर कर दी गई है।
नहीं बनी प्रचार-प्रसार की टीम
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की शुरुआत में ही मेयर रामगोपाल मोहले ने एक टीम गठित करने की बात कही थी, जो अब तक नहीं बनी। कहा गया था कि स्मार्ट सिटी के लिए वॉर्ड, मोहल्ला व जगह-जगह कार्यक्रम कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इससे लिए फ्0 लोगों की टीम बनेगी।
कंसल्टेंट कंपनी के पास नहीं है मैन पावर
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए कंसल्टेंट एनके बिल्डकॉन कंपनी के पास मैन पावर की कमी है। इसका प्रभाव स्मार्ट सिटी के प्रचार प्रसार पर हो रहा है। प्रचार-प्रसार के अभाव में ऑनलाइन सुझाव आने का क्रम एकदम से थम सा गया है।
अब तक हमारे पास एक लाख फ्फ् हजार सुझाव ऑफलाइन मिले है। ऑनलाइन सुझाव अभी आ रहे हैं। हमने पूरी ईमानदारी से स्मार्ट सिटी के लिए काम किया।
एसपी शाही, नगर आयुक्त