PPP Model पर होगा शहर का चरणवार विकास

पहली किश्त में मिलेंगे सौ करोड़, हर साल ABD में नए मोहल्ले होंगे शामिल

ALLAHABAD: चिंता करने की बात नही है। स्मार्ट सिटी के तहत शहर के प्रत्येक इलाके को एबीडी (एरिया बेस डेवलपमेंट) में शामिल किया जाएगा। शुरुआत सिविल लाइंस, कटरा और ममफोर्डगंज से होगी। शहर को स्मार्ट पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिपप) के तहत बनाया जाएगा। हर साल सौ करोड़ रुपए की किश्त शहरी विकास मंत्रालय से मिलेगी। इससे होने वाले विकास से रेवेन्यू जनरेट करना नगर निगम और प्रशासन के लिए बड़ा टास्क होगा। शहर के पुराने एरिया का विकास भी होगा लेकिन उसकी प्रकृति में बदलाव नही किया जाएगा।

हर व्यक्ति तक पहुंचेंगी सुविधाएं

ऐसा नही है कि स्मार्ट सिटी के तहत केवल सिविल लाइंस या कटरा को ही सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसमें शहर के प्रत्येक इलाके को हर साल अलग-अलग शामिल किया जाएगा। रेट्रोफिटिंग एरिया के विकास के साथ वहां से रेवेन्यू भी जनरेट किया जाएगा। पैन सिटी में पूरे शहर को शामिल किया गया है। बता दें कि सेलेक्शन की प्रक्रिया केवल एक बार ही होनी थी। एक बार इलाहाबाद के सूची में शामिल हो जाने के बाद हर साल नगर निगम और प्रशासन को केवल एरिया सेलेक्शन करके डेवलपमेंट प्लान ही भेजना होगा। इसके बाद सौ करोड़ की किश्त भेजी जाएगी। जिससे प्लान के हिसाब से एरिया का विकास किया जाएगा। स्मार्ट सिटी के तहत अधिकारियों की प्रॉयरिटी शहर के प्रत्येक व्यक्ति को सुविधाएं उपलब्ध कराना होगा।

जैसा है वैसा ही दिखेगा पुराना शहर

विकास की इस बयार में शहर के पुराने एरिया लोकनाथ, चौक, घंटाघर आदि की सूरत नही बदली जाएगी। यहां डेवलपमेंट जरूर होगा लेकिन इलाकों की प्रकृति जस की तस बनी रहेगी। जिन इलाकों का विकास होगा वहां पर ग्रीन सिटी, ट्रैफिक सिस्टम, वाइफाइ, गारबेज, सीवर सिस्टम आदि को परफेक्ट करने पर पूरा जोर लगाया जाएगा। इसके अलावा जागरुकता अभियान चलाकर पब्लिक को भी स्मार्ट बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जिससे इलाहाबाद को हर तरह से स्मार्ट बनाया जा सके।

फैक्ट फाइल

स्मार्ट सिटी मिशन की रणनीति

पूरे शहर के लिए पहल जिससे कम से कम एक स्मार्ट समाधान को पूरे शहर में लागू किया जा सके।

क्षेत्र के कदम दर कदम विकास के तीन स्मार्ट सिटी मिशन के तहत तीन मॉडल बनाए गए हैं

1- रेट्रोफिटिंग

2- पुनर्विकास

3- हरितक्षेत्र

बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी

पर्याप्त पानी की आपूर्ति

निश्चित विद्युत आपूर्ति

सालिड वेस्ट मैनेजमेंट और स्वच्छता

कुशल शहरी गतिशीलता और पब्लिक ट्रांसपोर्ट

किफायती आवास, विशेष रूप से गरीबों के लिए

सुदृढ़ आईटी कनेक्टिविटी और डिजिटलीकरण

सुशासन, विशेष रूप से ई गवर्नेस और नागरिक भागीदारी

टिकाऊ पर्यावरण

नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षा

स्वास्थ्य और शिक्षा

हमारी पहली प्लानिंग रेट्रोफिटिंग एरिया को डेवलप कर वहां से रेवेन्यू जनरेट करना है। हमें हर साल एरियावाइज प्लान भेजना होगा। जिस पर केंद्र सरकार फंडिंग करेगी। ट्रैफिक, ग्रीन सिटी, वाइ फाइ, क्लीनलीनेस, सिक्योरिटी जैसे इश्यूज पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बेहतर काम किया जाना है। पुराने शहर की प्रकृति में कोई बदलाव नहीं होगा।

अभिलाषा गुप्ता, मेयर