RANCHI: स्मार्टफोन की नजदीकियां आपसी दूरियां बढ़ा रही हैं। इसके अलावा ग्रामेटिकल एरर, बॉडी पेन जैसी शिकायतें स्मार्टफोन्स एडिक्टर में कॉमन है। यह सर्वे रांची इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरो साइकेट्री एंड एलाइड साइंस(रिनपास) में एमफिल फाइनल इयर की स्टूडेंट पुष्पिता सेन ने किया है। रिसर्च रांची वीमेंस कॉलेज की क्00 स्टूडेंट्स(स्मार्टफोन एडिक्टर) पर किया गया था। इसमें ग्रेजुएशन फ‌र्स्ट, सेकेंड और थर्ड इयर के स्टूडेंट्स(क्8 से ख्ख् साल के बीच ) शामिल थे।

सर्वे में पूछे गए सवाल

उनसे क्वेश्चन पूछे गए थे कि स्मार्टफोन्स के एडवांटेज और डिसएटवांटेज क्या हैं। आप स्मार्टफोन्स को क्यों प्रीफर करते हैं। जब स्मार्टफोन आपसे दूर हो गया हो या कभी रिपेयर के लिए दिया हो तो कैसा फिल किया। कभी मोबाइल चोरी हो गया तो कैसा महसूस किया। स्मार्टफोन आपके एकेडमिक लाइफ को कैसे इफेक्टेड कर रहा है। स्मार्टफोन्स यूज के बाद आपका व्यवहार परिवार, दोस्त में किस तरह से बदला है।

फ्क् फीसदी एडिक्शन कंप्लेन

क्00 स्टूडेंट्स में से 9क् स्टूडेंट्स ने क्वेश्चनायर में हिस्सा लिया। इसमें फ्क् स्टूडेंट्स ऐसे पाए गए जिनमें स्मार्टफोन एडिक्शन की शिकायत थी। जो ब् से 8 घंटा तक हर दिन स्मार्टफोन्स यूज करते हैं। इन स्टूडेंट्स में भ् का चयन किया गया, जिनमें स्मार्टफोन एडिक्शन ज्यादा थी।

फेस टू फेस कम्युनिकेशन खत्म

एक मेजर एडिक्टर ने बताया कि वह अपनी बहन के साथ रहती है। एक ही साथ होने के बावजूद दोनों ही बहनों में कम्युनिकेशन गैप काफी बढ़ गया है। यहां तक कि दीदी ने मुझे वेलेंटाइन डे भी व्हाट्सएप के जरिए ही विश किया। दीदी अब मुझसे सारी बातें शेयर करने के बजाय अपने दोस्तों से शेयर करना ज्यादा बेहतर समझती है। कई दिन हो जाते हैं कि हमलोग बात नहीं कर पाते हैं। स्मार्टफोन ने हमारे फेस टू फेस कम्युनिकेशन को इफेक्ट किया है।

लुडो, कैरम से टाइम पास नहीं

एक स्टूडेंट ने बताया कि घर में सभी लोगों के पास स्मार्टफोन्स हैं। पहले बिजली कटने पर हमलोग लुडो, कैरम आदि खेलकर टाइम पास करते थे। लेकिन जब से सभी लोगों के पास स्मार्टफोन्स हुए हैं सभी लोग मैसेज में बिजी हो जाते हैं। यहां तक कि घर में किसी को कोई जरूरत हो तब लोग आकर एक दूसरे को बताते थे लेकिन अब सारा कुछ व्हाट्सएप पर हो रहा है। यहां तक कि कॉलेज से आने के बाद हमलोग सारी बातें मम्मी से शेयर करते थे लेकिन अब फेसबुक और व्हाट्सएप में बिजी हो जाते हैं। कितने लाइक्स आए कितने मैसेजेज आए यही देखने का उतावलापन ज्यादा होता है।

मेजर प्रॉब्लम : कनेक्शन वर्सेस डिसकनेक्शन

पुष्पिता सेन ने बताया कि स्मार्टफोन यूजर्स में कनेक्शन वर्सेस डिसकनेक्शन की शिकायतें बढ़ रही हैं। चैटिंग करते वक्त यूजर आसपास बैठे लोगों को नेगलेट कर रहे हैं, इससे धीरे-धीरे फैमिली मेंबर्स और दोस्तों में डिस्टेंस क्रिएट हो रहा है, जो ऑनलाइन हैं उनसे चैटिंग करना और बातचीत करने से मीनिंगफुल रिलेशन खत्म हो रहा है। पुष्पिता सेन ने बताया कि जो लड़कियां मोबाइल फोन की एडिक्डेट हैं, वो फेस टू फेस बात को अवॉइड कर रही हैं। क्लासमेट्स से भी वो टेक्स्ट के थ्रू ही बातचीत कर रही हैं।