अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा था कि अगर स्नोडेन ख़ुफ़िया दस्तावेज़ सार्वजनिक करना छोड़ दें तो उन्हें माफ़ किए जाने पर विचार किया जा सकता है.

लेकिन व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा कि स्नोडेन के खिलाफ़ संवेदनशील दस्तावेज़ लीक करने के अपराधिक आरोप दर्ज़ है.

गोपनीय दस्तावेज़ लीक होने से हुए नुक़सान का आकलन कर रही टीम के प्रभारी रिचर्ड लैजेट ने पहले कहा था किस्नोडेनके साथ माफ़ी का समझौता किया जा सकता है.

स्नोडेन ने अमरीका के गोपनीय निगरानी कार्यक्रम को उजागर किया और वो फिलहाल मॉस्को में रह रहे हैं.

माफ़ी का विचार

लैजेट ने अमरीकी टीवी चैनल सीबीएस को संभावित माफ़ी के बारे में बताया था कि, ''यह मेरा व्यक्तिगत विचार है, और इस तरह की बातचीत की जा सकती है.''

उन्होंने कहा था, ''मुझे इस बात के आश्वासन की जरूरत होगी कि बाक़ी बची जानकारी सुरक्षित रहेगी.''

वहीं अगले साल रिटायर होने वाले एनएसए निदेशक जनरल कीथ एलेक्जेंडर ने कहा, ''स्नोडेन को माफ़ी देना उसी तरह है जिस तरह कोई अपहरणकर्ता 50 लोगों को बंधक बना लेता है, दस लोगों को मार देता है और फिर कहता है कि अगर उसे माफ़ कर दो, तो वो बाक़ी 40 लोगों को छोड़ देगा.''

स्नोडेन को नहीं मिलेगी माफ़ी

कुछ दिनों पहले समाचार एजेंसी रॉयटर्स को दिए गए इंटरव्यू में लैजेट ने कहा था कि कि वो बेहद महत्वपूर्ण उन लगभग 1.7 बिलियन दस्तावेजों को लेकर बहुत चिंतित हैं, जो सार्वजनिक नहीं हुए हैं और स्नोडन की उन तक पहुंच हो सकती है.

लैजेट ने रॉयटर्स से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी स्नोडेन की तरफ से जानकारियां लीक करने से हिल गई थी.

इतिहास में पहली बार

इसी महीने ब्रिटेन के एक अख़बार ने ब्रितानी सांसदों को बताया था कि उसने स्नोडेन की ओर से लीक की गई फ़ाइलों में से सिर्फ़ एक प्रतिशत को ही प्रकाशित किया है.

"स्नोडेन को माफी देना उसी तरह है जिस तरह कोई अपहरणकर्ता 50 लोगों को बंधक बना लेता है, दस लोगों को मार देता है और फिर कहता है, कि उसे माफ कर दो, तो वो बाकी 40 लोगों को छोड़ देगा."

-एनएसए निदेशक, जेन एलेक्जेंडर

बीबीसी संवाददाता सुजान कीयनपोर के मुताबिक अमरीका के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उनका रुख़ बदला नहीं है और स्नोडेन को आरोपों का सामना करने के लिए अमरीका वापस आना चाहिेए.

अमरीकी सरकार ने स्नोडेन पर अमरीकी सरकारी संपत्ति की चोरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सूचना के अनाधिकृत संचार और जानबूझ कर वर्गीकृत खुफिया सामग्री को उजागर करने के आरोप लगाए हैं.

इनमें से हर अपराध के लिए अधिकतम दस साल की सजा है.

सप्ताहांत पर पहली बार ऐसा हुआ है जब अमरीकी सुरक्षा एजेंसी ने सीबीएस टेलीविजन की टीम को अपने मुख्यालय में जाने की अनुमति दी, ताकि उन्हें ये पता चले कि जमा की गई जानकारी का एजेंसी क्या इस्तेमाल करती है.

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