-बाराबंकी के थाना कोठी में हुई दिल दहलाने वाली घटना

-महिला की हालत गंभीर, लखनऊ रेफर

- पीडि़ता के पति को पुलिस ने रखा था अवैध हिरासत में

- आरोपी एसओ और दारोगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज, सस्पेंड

LUCKNOW/BARABANKI: शाहजहांपुर में पत्रकार जोगेंद्र सिंह को जलाकर मार डालने का मामला अभी पूरी तरह ठंडा भी नहीं हुआ था कि, ऐसी ही दिल दहलाने वाली घटना सोमवार को बाराबंकी में एक बार फिर सामने आई। बाराबंकी के थाना कोठी में पति को अवैध कस्टडी से छुड़वाने पहुंची महिला से एसओ और एक दारोगा ने रेप करने की कोशिश की। जब वह रेप में असफल रहे तो उन्होंने मिलकर महिला पर पेट्रोल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया। बुरी तरह झुलस चुकी महिला को इलाज के लिये डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां हालत नाजुक होने की वजह से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। देरशाम पीडि़ता को सिविल हॉस्पिटल की बर्न यूनिट में एडमिट कराया गया है। डॉक्टर्स के मुताबिक पीडि़ता 100 परसेंट बर्न है और उसकी हालत बेहद नाजुक है। वहीं, एसपी बाराबंकी नें आरोपी एसओ व दारोगा को सस्पेंड कर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

पति को अवैध कस्टडी में लिया था

सोमवार सुबह 10 बजे बाराबंकी के कोठी थाने के सामने आग की लपटों से पूरी तरह घिरी महिला को देख हड़कंप मच गया। आग की लपटों से घिरी यह महिला चीखती हुई थाने से बाहर आ रही थी। यह नजारा देख दहशतजदा लोगों ने उसके शरीर से उठ रही लपटों पर किसी तरह काबू पाया। इसी बीच वहां पहुंचे थाने के कॉन्सटेबल्स हीरा यादव व पंकज द्विवेदी ने आनन-फानन में महिला को उसके छोटे बेटे नीरज के साथ थाने की गाड़ी से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने फ‌र्स्ट एड के बाद उसे लखनऊ रेफर कर दिया। गढ़ा बसंतपुर निवासी यह महिला आंगनबाड़ी कार्यकत्री नीतू द्विवेदी है जिसके पति राम नारायण द्विवेदी को कोठी पुलिस ने रविवार सुबह 10 बजे अवैध कस्टडी में ले रखा था। पति राम नारायण को छुड़ाने के लिये सोमवार सुबह नीतू अपने छोटे बेटे नीरज के साथ थाने पहुंची थी।

पहले मांगी रिश्वत, फिर रेप की कोशिश

पीडि़ता नीतू ने बताया कि जब वह एसओ रायसाहब यादव के कमरे में गई और राम नारायण को छोड़ने की गुहार लगाई। पर, आरोप है कि एसओ यादव ने राम नारायण को छोड़ने के लिए एक लाख रुपये की मांग कर दी। जब नीतू ने रुपये देने में असमर्थता जताई तो एसओ यादव व एसआई अखिलेश राय ने उसकी चेन व अंगूठी छीन ली। इसके बाद वे दोनों नीतू के संग अश्लील हरकतें करने लगे और रेप करने की भी कोशिश की। नीतू ने बताया जब उसने उनकी हरकत का विरोध किया तो उन दोनों ने पेट्रोल छिड़ककर उसके आग लगा दी। उनके चंगुल से छूटकर नीतू किसी तरह भागते हुए थाने के गेट पर पहुंची। जहां मौजूद लोगों ने नीतू के शरीर से उठ रही लपटों पर किसी तरह काबू पाया।

डीएम ने की पीडि़ता से मुलाकात, बयान दर्ज

घटना की संवेदनशीलता को देख डीएम योगेश्वर राम मिश्रा व एएसपी ज्ञानंजय सिंह आनन-फानन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे और पीडि़ता से मिलकर उसकी आपबीती सुनी। इसी बीच एसडीएम सदर नीलम यादव की मौजूदगी में नायब तहसीलदार शिवध्यान पांडेय पीडि़ता के बयान दर्ज किये। वहीं, एसपी अब्दुल हमीद, एएसपी शफीक अहमद, सीओ तौकीर अहमद खान ने थाने पहुंचकर घटना स्थल का जायजा लिया और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों व लोगों के बयान दर्ज किए। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने नीतू के पुत्र आशीष कुमार की तहरीर पर एसओ राय साहब यादव सहित एसआइ अखिलेश कुमार राय पर उत्पीड़न, जान से मारने की धमकी और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। डीएम मिश्रा ने बताया कि आरोपी एसओ रायसाहब यादव और एसआई अखिलेश राय को सस्पेंड कर दिया गया है।

नीतू के भाई की तलाश के लिये कस्टडी में लिया

नीतू के भाई सिमरावां निवासी नंदू तिवारी ने शनिवार को गंगा राम को गोली मार दी थी। पुलिस उसकी तलाश में लगी थी। पर, उसका कोई सुराग न लगता देख पुलिस ने रविवार को नंदू के बहनोई व नीतू के पति राम नारायण को कैसरगंज स्थित दूसरे घर पर दबिश देकर जबरन कस्टडी में ले लिया था। राम नारायण को छुड़वाने की कोशिश में नीतू सोमवार सुबह थाने पहुंची थी। जहां उसके साथ एसओ राय साहब यादव व एसआई अखिलेश राय ने उसके संग दरिंदगी करने की कोशिश की और असफल रहने पर उसे जिंदा जला दिया।

पहले से नाराज चल रहे थे दारोगा जी

नीतू और उसके पति राम नरायण से कोठी थाने में तैनात एसआई अखिलेश राय पहले से नाराज चल रहे थे। राम नरायण के बेटे संतोष द्विवेदी के मुताबिक, 2007 में नीतू ने अपने भाई नंदू से जमीन खरीदी थी। इस जमीन पर गांव के ही शिवबख्श सिंह और श्यामा कांत शुक्ला का कब्जा था। नवंबर 2014 में राम नरायण उस जमीन पर मकान बनवाने गया तो श्यामा कांत और शिवबख्श सिंह समेत कई लोगों से विवाद हुआ था। इस मामले में पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। शिकायत के बाद पुलिस ने लेखापाल से नपाई भी कराई थी। पुलिस ने इस मामले लीपापोती कर दी। जिससे नाराज नीतू द्विवेदी ने सब इंस्पेक्टर अखिलेश राय समेत कई पुलिस कर्मियों के खिलाफ एसपी बाराबंकी से शिकायत भी की थी। जिसे लेकर एसआई अखिलेश राय नीतू और उसके पति राम नारायण से खासा नाराज चल रहे थे।