-परिचालकों को नहीं पता कि पेट दर्द में देनी है कौन सी गोली

-परिवहन निगम की ओर से परिचालकों को नहीं दिया गया प्रशिक्षण

ROORKEE (JNN) : परिवहन निगम के अधिकांश परिचालकों को इस बात की जानकारी तक नहीं है कि पेट दर्द में कौन सी दवा देनी है तो सिरदर्द में कौन सी। चोट लगने पर यात्री की किसी तरह से मरहम पट्टी की जाए। परिवहन निगम की ओर से लंबे समय से परिचालकों को फ‌र्स्ट एड का प्रशिक्षण तक नहीं दिया गया है।

नहीं दिया परिचालकों को प्रशिक्षण

परिवहन निगम की बसों को रूट पर रवाना करने से पहले परिचालकों को ई टिकटिंग मशीन, बैग और फ‌र्स्ट एड किट दी जाती है, लेकिन इस किट का इस्तेमाल लंबे समय से नहीं किया गया है। रुड़की डिपो की बस संख्या यूके-07 पीए क्ब्म्क् में चिकित्सा किट में रखी मेडिसिन को एक साल से उपयोग में नहीं लाया गया है। किट में रखी दवा मई ख्0क्भ् में एक्सपायर हो जाएगी। इसके अलावा कई अन्य परिचालकों से भी इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह हर रोज फ‌र्स्ट एड किट लेकर जाते है लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि किस मर्ज में कौन सी टेबलेट दी जानी चाहिए। उन्हें तो लंबे समय से प्रशिक्षण ही नहीं दिया गया है, इसलिए बस में यदि किसी यात्री को उल्टी, दस्त, पेट दर्द, या सिर दर्द आदि की शिकायत होती है तो वह दवा नहीं दे पाते। निगम की ओर से भी उन्हें फ‌र्स्ट एड किट के बारे में कभी कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया है।

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किट भी है आधी-अधूरी

रुड़की परिवहन निगम की अधिकांश बसों में तो प्राथमिक चिकित्सा किट आधी-अधूरी है, अधिकांश किट से सेवलोन, डिटोल गायब है। इसके अलावा वाटरफ्रुफ बैंडेड के अलावा कॉटन तक नहीं है।

'डिपो की ओर से जब भी प्राथमिक चिकित्सा किट की डिमांड की जाती है तो उन्हें उपलब्ध करा दिया जाता है, वह स्वयं गढ़वाल मंडल की विभिन्न डिपो में जाकर बसों की प्राथमिक चिकित्सा किट की जांच-पड़ताल करेंगे.'

- मुकुल पंत मंडलीय प्रबंधक तकनीकी

'परिचालकों को प्राथमिक चिकित्सा के प्रशिक्षण में मुझे जानकारी नहीं है, इस बाबत जानकारी की जा रही है। यदि प्रशिक्षण नहीं हुआ तो यह गंभीर है, जल्द ही सभी परिचालकों को प्राथमिक चिकित्सा के लिए प्रशिक्षण डिपो स्तर पर दिए जाएंगे.'

- बृजेश कुमार संत प्रबंध निदेशक परिवहन निगम