केस वन - आजाद नगर निवासी कुंवर प्रताप सिंह ने एफबी पर शायरी पोस्ट की। उनके फादर इन लॉ ने पोस्ट पर कमेंट में स्पष्टीकरण मांगा। प्रताप ने काफी लंबा स्पष्टीकरण दिया। जिसे पढ़कर फादर इन लॉ नाराज हुए और दामाद को ब्लॉक कर दिया। ससुरालियों को कॉल पर दामाद की शिकायत की। दामाद ने माफी मांगी लेकिन मामला नहीं सुलझा।

केस टू - सिविल लाइंस निवासी गौरव की शादी लास्ट ईयर हुई। माह भर बाद पत्‍‌नी ने पति से एफबी का पासवर्ड मांग लिया। पासवर्ड मिलने के बाद पत्‍‌नी ने पति के पुराने मेसेजेज पढ़ लिए। जिसमें पति की एक लड़की से प्रेम प्रसंग का पता चला। दंपत्ति में विवाद हुआ और वह मायके चली गई। दोनों परिवारों में काफी गर्माहट के बाद मामला सुलझा।

केस थ्री - डेलापीर निवासी शशांक ने शादी के साल भर बाद तक एफबी पर प्रोफाइल पिक समेत मैरिटल स्टेट्स में सिंगल ही रखा। व्हाट्सएप की डीपी में कभी भी पत्‍‌नी के साथ पिक नहीं लगाई। जिसे लेकर पत्‍‌नी इस कदर नाराज हुई कि उसने पति पर शक करना शुरू कर दिया। जिसे लेकर दोनों में काफी विवाद हुआ। पत्‍‌नी के मुताबिक स्टेटस, प्रोफाइल पिक और डीपी चेंज करने के बाद ही दोनों का विवाद सुलझा।

केस फोर - सैलानी निवासी मोहम्मद आरिफ ने व्हाट्सएप पर फैमिली ग्रुप बनाया। ग्रुप में कभी कभी पत्‍‌नी को ननद, देवर कोई मजाकिया कमेंट कर देते थे। जिससे पत्‍‌नी नाराज होकर आरिफ को ताने सुनाने लगी। आखिर में मामला इस कदर बढ़ा कि पत्‍‌नी ने ग्रुप से लेफ्ट मार दिया। जिसकी वजह पूछने पर आरिफ को खरी खोटी सुना दी और गुप में एड न करने का वादा लेकर ही सुलह हुई।

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केस वन - आजाद नगर निवासी कुंवर प्रताप सिंह ने एफबी पर शायरी पोस्ट की। उनके फादर इन लॉ ने पोस्ट पर कमेंट में स्पष्टीकरण मांगा। प्रताप ने काफी लंबा स्पष्टीकरण दिया। जिसे पढ़कर फादर इन लॉ नाराज हुए और दामाद को ब्लॉक कर दिया। ससुरालियों को कॉल पर दामाद की शिकायत की। दामाद ने माफी मांगी लेकिन मामला नहीं सुलझा।

केस टू - सिविल लाइंस निवासी गौरव की शादी लास्ट ईयर हुई। माह भर बाद पत्‍‌नी ने पति से एफबी का पासवर्ड मांग लिया। पासवर्ड मिलने के बाद पत्‍‌नी ने पति के पुराने मेसेजेज पढ़ लिए। जिसमें पति की एक लड़की से प्रेम प्रसंग का पता चला। दंपत्ति में विवाद हुआ और वह मायके चली गई। दोनों परिवारों में काफी गर्माहट के बाद मामला सुलझा।

केस थ्री - डेलापीर निवासी शशांक ने शादी के साल भर बाद तक एफबी पर प्रोफाइल पिक समेत मैरिटल स्टेट्स में सिंगल ही रखा। व्हाट्सएप की डीपी में कभी भी पत्‍‌नी के साथ पिक नहीं लगाई। जिसे लेकर पत्‍‌नी इस कदर नाराज हुई कि उसने पति पर शक करना शुरू कर दिया। जिसे लेकर दोनों में काफी विवाद हुआ। पत्‍‌नी के मुताबिक स्टेटस, प्रोफाइल पिक और डीपी चेंज करने के बाद ही दोनों का विवाद सुलझा।

केस फोर - सैलानी निवासी मोहम्मद आरिफ ने व्हाट्सएप पर फैमिली ग्रुप बनाया। ग्रुप में कभी कभी पत्‍‌नी को ननद, देवर कोई मजाकिया कमेंट कर देते थे। जिससे पत्‍‌नी नाराज होकर आरिफ को ताने सुनाने लगी। आखिर में मामला इस कदर बढ़ा कि पत्‍‌नी ने ग्रुप से लेफ्ट मार दिया। जिसकी वजह पूछने पर आरिफ को खरी खोटी सुना दी और गुप में एड न करने का वादा लेकर ही सुलह हुई।

BAREILLY:

BAREILLY:

यह केसेज तो महज बानगी भर हैं, जो सोशल मीडिया पर पोस्ट और कमेंट के चलते परिवारों में कलह की वजह बन रहे हैं। पति-पत्‍‌नी, ससुर-दामाद, ननद-भाभी, देवर-भाभी समेत फ्रेंड्स और अन्य रिलेटिव्स के बीच बहस, विवाद और मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। जिसकी वजह से कभी रिश्तों को एकजुट करने के लिए पहचाने जाने वाला सोशल मीडिया का प्लेटफार्म अब रिश्तों में दूरियां और दरार पैदा करने लगा है। सायकोलॉजिस्ट के पास आए ऐसे केसेज पहुंच रहे हैं। उन्होंने पोस्ट को महज पोस्ट समझने की सलाह दी है। अन्यथा स्थिति डिप्रेशन तक पहुंचने के बाद काफी घातक हो सकती है।

मॉडर्न हो रहे पर हुए नहीं

सायकोलॉजिस्ट के मुताबिक प्रेजेंट टाइम में हर कोई खुद को मॉडर्न दिखाने के लिए सोशल मीडिया के तमाम लिंक्स पर आईडी क्रिएट कर रहे हैं। लेकिन इन प्लेटफार्म पर वह खुद को मॉडर्न साबित करने में अभी काफी पीछे हैं। जिसका सुबूत है पब्लिकली पोस्ट को रिलेटिव्स या लववन खुद से जोड़ लेते हैं। अच्छी पोस्ट पर खुश और सोच के विपरीत हुई पोस्ट पर नाराज हो जाते हैं। जिससे कमेंट्स में विवाद होना लाजिमी है। जिससे पाक रिश्तों में दरार आ जाती है। बताया कि इस स्थिति का शिकार ज्यादातर महिलाएं होती हैं। क्योंकि वह अपने पति के हर कमेंट, पोस्ट, प्रोफाइल पिक, मेसेजेज, डीपी को खुद से जोड़ लेती हैं। जो कि हर पत्‍‌नी का नेचर है।

क्या कहता है रिसर्च

बताया कि ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ वेल्स में मनोविज्ञान के रीडर और हेड ऑफ रिसर्च मार्टिन ग्राफ के अनुसार सोशल मीडिया रिश्तों को बनाने से ज्यादा बिगाड़ने का काम कर रहा है। जो भी इस पर ज्यादा एक्टिव रहते हैं, उनके रिश्ते बिगड़ने के पीछे इसकी अहम भूमिका होती है। एक अन्य रिसर्च के मुताबिक जो लोग फ्म् महीने या उससे कम में रिलेशनशिप में रहे हैं, उनकी रिलेशनशिप बिगाड़ने में फेसबुक का खास रोल होता है। लंबी चलने वाली रिलेशनशिप पर सोशल मीडिया का असर कम होता है।

ध्यान रखें

- पोस्ट पब्लिकली होती है न कि पर्सनली

- दंपत्ति एकदूजे की पोस्ट को सीरियसली न लें

- पोस्ट से कभी खुद को जोड़ कर न देखें

- जबरन ऐसी पोस्ट न करें जो अपनों को हर्ट करे

- सोशल प्लेटफार्म पर बहस करने से बचें

- पर्सनल इंफार्मेशन भरते समय रियलिटी रखें

- हैप्पी मूमेंट्स को शेयर करें न कि निगेटिव

- परिवार के विवाद एक साथ बैठकर सुलझाएं

- पासवर्ड जानने की कोशिश से रिश्तों में दरार

- रिश्तों को संभालना कला है, इसे समझें

- सोशल मीडिया पर उतना दिखाएं जितना जरूरी है

- पर्सनल एलबम और पोस्ट में अंतर पहचानें

- फेसबुक पर रिश्ते निभाने में मैच्योरिटी दिखाएं

सोशल प्लेटफार्म पर की गई पोस्ट से फैमिली मेंबर, फ्रेंड्स और रिलेटिव्स अपने को जोड़ लेते हैं। यहीं से कमेंट की शुरुआत होती है, जिससे कमिटमेंट टूटने से स्थितियां घातक हो रही हैं। जो कि पारिवारिक विवाद की वजह बन रहा है।

डॉ। हेमा खन्ना, सायकोलॉजिस्ट